Madhya Pradesh Assembly Polls: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में बीजेपी हाईकमान ने शनिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। भाजपा हाईकमान ने तोमर को मध्य प्रदेश चुनाव प्रबंघन समिति का संयोजक बनाया है। नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश के मुरैना से सांसद हैं। तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं, जहां भाजपा 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद अपने प्रदर्शन में सुधार लाने का प्रयास कर रही है।
नरेन्द्र सिंह तोमर को यह जिम्मेदारी सौंपने की बड़ी वजह यह है कि दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहने के नाते उन्हें राज्य के हर अचंल की राजनीति का अच्छा अनुभव है। तोमर पहली बार 2008 में प्रदेश अध्यक्ष बने थे। इसके बाद 2013 में विधानसभा चुनाव के पहले प्रभात झा को हटाकर उन्हें अध्यक्ष बनाया गया था। इन दोनों चुनावों में बीजेपी ने जबरदस्त जीत हासिल की थी। 2018 में जब बीजेपी चुनाव हारी, तब राकेश सिंह प्रदेश अध्यक्ष थे। उनसे पहले नंद कुमार चौहान प्रदेश अध्यक्ष थे।
भाजपा के अंदर यह भी कहा जाता है कि मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी उनका बेहतर तालमेल रहा है। वह गैर राजनीतिक परिवार से हैं। पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया है। कुछ दिन से राजनीतिक गलियारों में अटकलें थीं कि तोमर को फिर प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है या फिर चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जानिए नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीति में एंट्री?
नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीति में एंट्री की बात करें तो उन्होंने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की। वो छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। उसके बाद ग्वालियर नगर निगम में पार्षद चुने गए थे। उन्होंने युवा मोर्चा की जिम्मेदारी भी संभाली। तोमर 1998 में पहली बार विधायक बने। साल 2003 में उन्होंने फिर से विधानसभा चुनाव जीता और उमा भारती कैबिनेट में मंत्री बनाए गए। साल 2009 में पहली बार मुरैना से सांसद चुने गए। तोमर ने 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव भी जीता।
नरेंद्र सिंह तोमर के सामने क्या हैं चुनौती?
मध्य प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाए जाने के साथ तोमर के सामने कई चुनौतियां भी हैं। क्योंकि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं। जहां से 2018 के विधानसभा चुनावों में यहां से बीजेपी हार का सामना करना पड़ा था, जबकि कांग्रेस ने जबरदस्त बढ़त बनाई थी। ऐसे में तोमर के सामने प्रदर्शन को सुधारने की एक बड़ी जिम्मेदारी है, ऐसे में तोमर को फायदा भी मिल सकता है, क्योंकि वो वहां के स्थानीय नेता हैं।
इसी साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपनी तैयारी तेज कर दी है। अभी हाल ही में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मध्य प्रदेश में बीजेपी का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी बनाया गया है।