भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में सीआर पाटिल को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। सीआर पाटिल गुजरात के नवसारी से लोकसभा सांसद हैं। पाटिल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। सीआर पाटिल से पहले गुजरात भाजपा अध्यक्ष का पद जीतूभाई वाघाणी संभाल रहे थे लेकिन पिछले साल ही उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था। इसके बाद से ही पार्टी नए अध्यक्ष की तलाश में थी।

गुजरात में आने वाले दिनों में विधानसभा की आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन उपचुनावों में सीआर पाटिल की नेतृत्व क्षमता की परीक्षा होगी। सीआर पाटिल की पहचान एक टेक्नोसेवी नेता की है और वह सोशल मीडिया के जरिए जनता के संपर्क में बने रहते हैं। गौरतलब है कि सीआर पाटिल के ऑफिस को साल 2015 में ही सरकारी सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन और निगरानी के लिए आइएसओः 2009 से प्रमाणित किया जा चुका है।

जनता से पाटिल के जुड़ाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाटिल के ऑफिस से हर रोज 750 चिट्ठियां क्षेत्र के लोगों को भेजी जाती हैं और इस तरह पाटिल का ऑफिस हर माह करीब 2.5 लाख चिट्ठियां अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों को भेजता है। 65 वर्षीय पाटिल को एक ऐसे प्रभावी सांसद के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों को अंजाम दिया है।

पाटिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी विकास कार्यों के क्रियान्वयन में समन्वय का काम देखते हैं। उन्होंने पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में पांच लाख से भी अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। वह गुजरात में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीतने वाले सांसदों में शुमार थे।

गुजरात के साथ ही भाजपा ने हरियाणा और केन्द्र शासित लद्दाख में भी अपनी प्रदेश यूनिट के नेतृत्व में बदलाव किए हैं। हरियाणा में भाजपा ने सुभाष बराला के स्थान पर ओपी धनखड़ को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। धनखड़ जाट समुदाय से आते हैं और इसके जरिए भाजपा ने जाट और गैर जाट मतदाताओं के समीकरण साधने का प्रयास किया है।

केन्द्र शासित लद्दाख में भाजपा ने युवा सांसद शेरिंग नामग्याल को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पैंतीस वर्षीय नामग्याल पहली बार लद्दाख से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा के समय उन्होंने लोकसभा में लद्दाख के बारे में प्रभावी भाषण देकर युवा सांसदों के बीच अपनी खास पहचान बनाई।