Lok Sabha Chunav 2024: सातवें फेज के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है। ओडिशा में इस चरण में 6 लोकसभा सीटों और 42 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है। इसी बीच, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सहयोगी और पूर्व नौकरशाह वीके पांडियन के बीजेडी पर बढ़ते प्रभाव को लेकर बीजेपी काफी चिंतित है। इसके बाद सीएम पटनायक ने गुरुवार को यह साफ करने की कोशिश की है कि पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं है। अटकलों पर कहा कि इनका कोई भी महत्व नहीं है।
सीएम से जब यह सवाल किया गया कि क्या पांडियन को पदभार संभालने के लिए तैयार किया जा रहा है तो सीएम ने कहा कि मैं इस तरह की बेतकुी बातों को नहीं समझ सकता हूं। आपने यह भी देखा होगा कि वह चुनाव भी नहीं लड़ रहे हैं। इसके अलावा जब उनसे यह पूछा गया कि क्या पांडियन उनके उत्तराधिकारी हैं? इस पर उन्होंने कहा कि वे मेरे उत्तराधिकारी नहीं हैं और मैं इन सब बातों को केवल झूठा ही मानता हूं। उन्होंने कहा कि उत्तराधिकारी का फैसला राज्य के लोग करेंगे।
विपक्षी दलों द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि वीके पांडियन पार्टी के लिए कोई भी जरूरी फैसले नहीं ले रहे हैं। यह केवल हास्यास्पद और एक पुराना आरोप है। इसका कोई भी महत्व नहीं है। लगभग सभी मुख्य नेताओं के भाषणों में भाजपा ने यह दिखाने की कोशिश की है कि तमिलनाडु का रहने वाला एक व्यक्ति उड़िया लोगों के लिए फैसले ले रहा है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटनायक के स्वास्थ्य के पीछे एक साजिश होने का इशारा किया था।
पीएम मोदी ने सीएम के स्वास्थ्य को लेकर की थी टिप्पणी
मोदी ने कहा कि अब सवाल यह है कि क्या नवीन बाबू की बिगड़ती सेहत के पीछे कोई साजिश है। क्या नवीन बाबू के नाम पर ओडिशा में पर्दे के पीछे से सत्ता का आनंद लेने वाली लॉबी का इसमें हाथ है। प्रधानमंत्री मोदी ने किसी का भी नाम नहीं लिया था। लेकिन उनका टिप्पणी केवल पांडियन की तरफ ही इशारा कर रही थीं। वीके पांडियन करीब 2011 से पटनायक के निजी सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कभी भी पटनायक के उत्तराधिकारी होने का दावा नहीं किया है। हालांकि, उन्होंने ओडिशा के सीएम को अपना गुरु कहा है और कहा कि वह उनके आदर्शों का पालन करते हैं।
हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पांडियन से पूछा गया कि क्या वह पटनायक के राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगे? इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं एक दिन में एक दिन ही जीता हूं, मेरे पास लंबे टारगेट सेट का समय नहीं है। जब तक मुझे मौका मिलेगा मैं काम करता रहूंगा। मैं सिर्फ और सिर्फ काम में विश्वास करता हूं।
समर्थन पर क्या बोले सीएम पटनायक
यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव प्रचार के दौरान हुई बीजेडी की हालिया कड़वाहट भविष्य में बीजेपी को समर्थन देने से रोकेगी? इस पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी किसी के लिए कड़वाहट नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि जब समर्थन की जरूरत होगी तो हम अपनी सही फैसला लेंगे। पटनायक ने आगे कहा कि हम राज्य में फिर से एक मजबूत सरकार बनाएंगे और संसद में हमारे पास बहुत अच्छा बहुमत होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि वे अगले पांच साल तक सीएम के पद पर बने रहेंगे।