Mumbai Bandh: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि राज्य में हुई हिंसक घटनाओं की जांच कराई जाएगी। फिलहाल हम घटनाओं से जुड़े सीसीटीवी फुटेज खंघाल हैं। भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश अंबेडकर ने बुधवार को कहा कि भीमा-कोरेगांव लड़ाई के स्मृति कार्यक्रम के खिलाफ हुई हिंसा के विरोध में विभिन्न दलित एवं अन्य संगठनों द्वारा बुलाया गया दिनभर का महाराष्ट्र बंद वापस ले लिया गया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि राज्य की करीब 50 फीसद लोगों ने इस बंद में हिस्सा लिया। दिन के दौरान मुम्बई और अन्य स्थानों से सड़क जाम, आगजनी और पथराव की घटनाओं की खबरें आईं। लेकिन अंबेडकर ने दावा किया कि बंद शांतिपूर्ण रहा।

महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने दावा किया है कि राज्य में किसी भी दलित व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर दलित व्यक्ति के मौत की झूठी खबर फैलाई जा रही है। ऐसे में लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है। राज्य में मोटे तौर पर हालात शांतिपूर्ण हैं। वहीं,अरुण जेटली ने राज्यसभा में कहा है कि जो ऑर्गनाइज तरीके से महाराष्ट्र के अंदर हिंसा कराई जा रही है और जिस प्रकार के भाषण दिए गए हैं, एक बार उस तरफ भी नेता प्रतिपक्ष थोड़ा ध्यान दें।

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कानून मंत्री के इस बयान की निंदा की है कि भीमा-कोरेगांव हिंसा का मुद्दा संसद में तीन तलाक विधेयक को पास होने से रोकने के लिए उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम दलितों पर होने वाले अत्याचारों का मुद्दा उठाते रहे हैं और यह वर्तमान केन्द्र सरकार दलित विरोधी है। दरअसल कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्यसभा में कहा है कि भीमा-कोरेगांव हिंसा का मामला संसद में इसलिए उठाया जा रहा है कि तीन तलाक विधेयक को पास होने से रोका जा सके। महाराष्ट्र के मुलुंड के पश्चिमी इलाकों की सड़कों से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है। ये प्रदर्शनकारी इन सड़कों पर सुबह से ही जमा हुए थे जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।

Here’s Updates of Mumbai/Maharashtra Bandh News:

– महाराष्ट्र के औरंगाबाद में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया है और गाड़ियों को क्षति पहुंचाई है। इसके मद्देनजर वहां पर भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती कर दी गई है। वहीं, केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि जिग्नेश मेवाणी के भड़काऊ बयानों पर पुलिस ने कार्रवाई की होगी। लेकिन उनका इस घटना से कोई संबंध नहीं है। बता दें कि अठावले का यह बयान जिग्नेश के खिलाफ पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद आया है। वहीं, महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एसी लोकल ट्रेनों की सेवाएं दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई हैं। इसके अलावा बाकी सभी रेल सेवाएं मुंबई के एलफिंस्टन रोड, गोरेगांव, दादर और मालद में प्रदर्शनों के बीच जारी हैं। इसके साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों को भी रद्द नहीं किया गया है।

– इस बीच वेस्टर्न रेलवे ने जानकारी दी है कि गोरेगांव को आने-जाने वाली ट्रेनों की सेवाएं दोबारा बहाल कर दी गई हैं। हालांकि, ट्रेनें फिलहाल अपने निर्धारित समय से लेट चल रही हैं। दरअसल भीमा-कोरेगांव हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों ने पिछेल 12 घंटे से अधिक समय से रेल पटरी को ब्लाक कर रखा था। महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव हिंसा और राज्यभर में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी दिल्ली स्थित महाराष्ट्र भवन की सुरक्षा बड़ा दी गई है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों के द्वारा मुबंई के असल्फा और घाटकोपर स्टेशन के बीच मेट्रो सेवाएं रोक दी गई हैं।

पुणे के पास स्थित भीमा-कोरेगांव में भड़की जातीय हिंसा अब पूरे महाराष्ट्र में फैल चुकी है। दलित समुदायों ने आज यानी बुधवार को राज्य में बंद का ऐलान किया है। प्रदर्शनकारियों की ओर से यातायात ठप करने की कोशिश की जा रही है। विभिन्‍न जगहों पर रेलवे ट्रैक जाम किए गए हैं, वहीं ईस्‍टर्न हाइवे को भी ब्‍लॉक कर दिया गया है। इसके अलावा औरंगाबाद में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। कर्नाटक से महाराष्‍ट्र के बीच अंतर-राज्‍य बस परिवहन अस्‍थायी रूप से रोक दिया गया है। पुणे के बारामती और सतारा की तरफ चलने वाली बसें अगले आदेश तक रोक दी गई हैं। डिविजनल सिक्‍योरिटी कमिश्‍नर डी विकास ने कहा, ”पुणे डिविजन की सभी ट्रेन सेवाएं सामान्‍य रूप से चल रही हैं।

– रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दलित प्रदर्शनकारियों ने बुधवार सुबह ठाणे रेलवे स्टेशन पर ट्रकों को रोकने की कोशिश की लेकिन उन्हें जल्द ही खदेड़ दिया गया तथा मध्य रेलवे लाइन पर यातायात बाधारहित है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने गोरेगांव उपनगर में पश्चिमी लाइन पर रेल यातायात भी बाधित करने की कोशिश की। दक्षिण मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में 11वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कर दी है। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसने स्कूलों में छुट्टी घोषित नहीं की है लेकिन बस ऑपरेटरों ने कहा कि वे मुंबई में आज स्कूल बसें नहीं चलाएंगे। स्कूल बस मालिकों के संघ के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम छात्रों की सुरक्षा का जोखिम नहीं उठा सकते। अगर हम दूसरी पारी में बस चला सकते हैं तो इस पर स्थिति देखने के बाद फैसला लेंगे।’’

– राज्‍य भर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। नागपुर के शताब्‍दी स्‍कवायर पर आगजनी और तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने जबरन दुकानें बंद करा दीं।

– नल्‍लासोपारा स्‍टेशन पर बड़ी संख्‍या में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर कब्‍जा कर रखा है। पश्चिमी रेलवे के अनुसार, प्रशासन और सुरक्षा बल रेल यातायात को सामान्‍य बनाने की कोशिशें कर रहे हैं।

– ठाणे में प्रदर्शनकारियों ने बसें, ऑटो-रिक्‍शा रोक दिए हैं। लाल बहादुर शास्‍त्री रोड पर बसों के टायरों की हवा निकाल दी गई है।

– भारिप बहुजन महासंघ (बीबीएम) के नेता और डॉ. बी आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने दो दिन पहले पुणे जिले के भीमा कोरेगांव गांव में हिंसा रोकने में राज्य सरकार की ‘‘विफलता’’ के विरोध में आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान” किया है। अंबेडकर ने इस हिंसा के लिए हिंदू एकता अघाड़ी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र डेमोक्रेटिक फ्रंट, महाराष्ट्र लेफ्ट फ्रंट और करीब 250 अन्य संगठनों ने बंद का समर्थन किया है।

– गुजरात से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले पुणे जिले में दलितों पर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्थकों ने हमले किए थे। मेवाणी कल मुंबई में थे। उन्होंने कहा, ‘‘ये संगठन आधुनिक युग के पेशवा हैं जो सबसे खराब रूप में ब्राह्मणवाद का प्रतिनिधित्व करते हैं। दो सौ साल पहले हमारे पूर्वज पेशवा के खिलाफ लड़े। आज मेरी पीढ़ी के दलित नए पेशवा के खिलाफ लड़ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दलित शांतिपूर्ण रूप से भीमा कोरेगांव युद्ध की वर्षगांठ क्यों नहीं मना सकते? हमलावरों ने ऐसे तरीके अपनाए क्योंकि वे दलित आह्वान से भयभीत हैं।’’

– मुंबई के वर्ली इलाके में भी प्रदर्शनकारियों ने दो बसें तोड़ी हैं। इसके साथ ही मुंबई में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डब्बावाला की सेवाएं आज के लिए बंद कर दी गई हैं। इससे हजारों लोगों तक आज खाना नहीं पहुंचेगा।

– महाराष्ट्र पुलिस इस वक्त राज्य के कई इलाकों में तैनात है। इसके अलावा कई अतिरिक्त पुलिसबलों को स्टैंडबाय में रखा गया है। अगर हिंसा भड़कती है तो पुलिसबलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया जा सकता है, ताकि हिंसक खबरें लोगों तक ना पहुंचे। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए डीजीपी सतीश माथुर ने कहा, ‘हमने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सारी तैयारी कर ली है। अतिरिक्त बलों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया जा सकता है, ताकि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की कोई अफवाह ना फैलाई जा सके।’

– गौरतलब है कि पुणे के नजदीक सोमवार (1 जनवरी) को भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ मनाने जुटे लाखों दलितों की कुछ मराठा संगठनों से हिंसक झड़प होने के बाद एक शख्स की मौत हो गई थी। जिसके बाद राज्य के कई इलाकों में मंगलवार यानी 2 जनवरी के दिन हिंसा हुई। पुलिस ने फिलहाल दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के पोते और एक्टिविस्ट प्रकाश अंबेडकर ने बंद का आह्वान किया है।