अमलेश राजू
भाजपा के मौजूदा निगम पार्षद करतार सिंह तंवर के आम आदमी पार्टी में शामिल होने के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है भाजपा, कांग्रेस और बसपा सहित निर्दलीय पार्षदों और नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। निगम पार्षद इसलिए पार्टी बदल रहे हैं ताकि उन्हें विधानसभा का टिकट मिल जाए। बीते एक महीने से भाजपा के भाटी वार्ड के पार्षद करतार सिंह तंवर का आप में शामिल होने का कयास लग रहा था, जो मंगलवार को सच्चाई में तब्दील हो गया। उनके आप में आने से जहां आप के कार्यकर्ताओं में खुशी है, वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई है।
तंवर के आप में शामिल होने से दिल्ली के छतरपुर विधानसभा में हलचल शुरू हो गई है। यहां से भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर मौजूदा समय में विधायक हैं और दोनों एक ही गांव के और आपस में रिश्तेदार भी हैं। कयास है कि इस बार दोनों एक ही सीट से आपस में दो पार्टियों से उम्मीदवार बनकर टक्कर लेंगे। करतार तंवर के साथ पार्षद रीता चौहान, बसपा नेता रहे शरद कुमार चौहान, भाजपा युवा ईकाई के विजय वंसल और कांग्रेस से जुड़े धर्मपाल लाकड़ा ने भी मंगलवार को आप की सदस्यता ग्रहण की।
दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति के पूर्व सदस्य करतार तंवर ने आप में शामिल होने के बाद मंगलवार को कहा कि भाजपा नीत तीनों नगर निगमों में हर स्तर पर भ्रष्टाचार है। आम आदमी पार्टी की सरकार के 49 दिनों के कार्यकाल में भ्रष्टाचार रुक गया था। अरविंद केजरीवाल के कामकाज और उनकी पार्टी के सिद्धांतों से प्रभावित होकर मैं आप में शामिल हो रहा हूं। साफ-सुथरी राजनीति करने और नगर निगम में भाजपा की कारगुजारियों को सामने लाने का वादा करते हुए तंवर ने कहा कि भाजपा सात साल से नगर निगमों का नियंत्रण संभाल रही है और उसने इन्हें भ्रष्टाचार के गढ़ में तब्दील कर दिया है। करतार तंवर बीते दो बार से इस क्षेत्र से निगम पार्षद रहे हैं। वे बीते चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र तंवर को पटखनी दी थी। जोन अध्यक्ष रहे करतार का मन लंबे समय से भाजपा से बिखर गया था। बीते विधानसभा चुनाव में भी वे बेमन से ही भाजपा के साथ थे। तभी से कयास था कि वे कभी भी पार्टी छोड़ देंगे पर उचित समय और स्थान मिलने का भरोसा मिलते ही मंगलवार को उन्होंने अपने दल-बल के साथ आप में शामिल होने की घोषणा कर दी। उनके साथ डेरा गांव और जौनापुर गांव के कई कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस इलाके से दो बार से पराजित हो रहे भाजपा के ब्रह्म सिंह तंवर को बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा ने फिर आजमाया था और वे कांग्रेस के बलराम तंवर को पराजित करने में सफल हो गए थे। ब्रह्म सिंह तंवर भी इस इलाके के कद्दावर नेताओं में है और इलाके के लोगों में उनकी पूछ भी है पर इस बार जब उन्हीं की पार्टी और परिवार के पार्षद पार्टी से विमुख होकर आप में शामिल हो गए हैं इसलिए स्थिति कुछ और हो सकती है।
बख्तावरपुर वार्ड से पार्षद रीता चौहान भी आप में शामिल हो गईं, जिन्होंने 2012 के एमसीडी चुनावों के बाद बसपा छोड़ दी थी। नरेला से बसपा नेता शरद कुमार चौहान, पूर्व युवा भाजपा नेता विनय बंसल और मुंडका से कांग्रेस नेता धर्मपाल लाकरा ने भी केजरीवाल की पार्टी में आस्था जताई। आप नेता और मुस्तफाबाद ईकाई के संयोजक एफ आई इस्माईल ने कहा कि इस प्रकार के नेताओं के आप में शामिल होने से पार्टी मजबूत ही नहीं बल्कि दिल्ली में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और बसपा के नेताओं का आप में शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। वे आप की नीति में विश्वास कर शामिल हो रहे हैं।
पूर्व आप विधायक एमएस धीर के भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के नेताओं ने कहा कि पार्टी ने उनके कामकाज का मूल्यांकन किया है और पाया कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया। धीर को लगा कि पार्टी उन्हें इस बार टिकट नहीं देगी, इसलिए वह भाजपा में चले गए।