जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में CBI ने सोमवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में चार्जशीट दाखिल की। लैंड फॉर जॉब स्कैम से संबंधित केस में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और कई अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। जिसके बाद JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि हमें जानकारी थी कि ये चार्जशीट फाइल होगी।
नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में CBI द्वारा दायर चार्जशीट में RJD प्रमुख लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम शामिल होने पर JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि हमें जानकारी थी कि ये चार्जशीट फाइल होगी। उन्होंने कहा, “पहले दो बार CBI जांच में बता चुकी है कि उसमें कोई सबूत नहीं है। अगस्त 2022 में जब महागठबंधन फिर से बना और हम इसमें शामिल हुए तब से ये शुरू हुआ।”
सब जानते हैं केंद्र क्या कर रही है- ललन सिंह
ललन सिंह ने आगे कहा, “आश्चर्य की बात है कि पांच दिन पहले पीएम ने कहा कि NCP नेता 70,000 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल हैं। अब वे भाजपा मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं और जब तेजस्वी यादव महागठबंधन में शामिल हो रहे हैं, तो उस मामले में चार्जशीट दायर किया जा रहा है, जिसकी दो बार CBI जांच हुई। सभी जानते हैं कि केंद्र क्या कर रही है।”
सीबीआई के आरोपपत्र पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि आरोपपत्र दाखिल करने का समय विपक्षी दलों की एकता को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों का इस तरह दुरुपयोग पहले कभी नहीं हुआ था।
अगले 10-15 दिनों में बिहार के सीएम पद से इस्तीफा देंगे नीतीश कुमार- बीजेपी नेता
वहीं, भाजपा नेता अजय आलोक ने कहा, “नीतीश कुमार अगले 10-15 दिनों में बिहार के सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। 13 तारीख को जब उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा तो सीबीआई उनकी रिमांड मांगेगी।” उन्होंने कहा, ” कुछ दिन पहले तक छाती पीट-पीट कर कह रहे थे चार्जशीट फाइल करो अब जब फाइल हो गयी है तो मोदी जी याद आ रहे हैं। कह रहे हैं मोदी जी ने फंसा दिया, भाजपा ने फंसा दिया, अरे जब बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से खाएं।”
आरोपपत्र में राजद प्रमुख लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम पर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह रिवर्स रॉबिनहुड है। रॉबिनहुड अमीरों को लूटता था और पैसे मुहैया कराता था गरीबों के लिए। लेकिन रॉबिनहुड के विपरीत, भ्रष्टाचार का पहला परिवार गरीबों को लूटता है, उनकी जमीनें हासिल करता है और अपनी जेबें भरता है, 600 करोड़ रुपये का घोटाला करता है।
तेजस्वी यादव को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल होने के बाद उन्हें मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। सुशील मोदी ने एक बयान में कहा, ‘‘तेजस्वी यादव पर सीबीआई द्वारा आरोपपत्र दाखिल करने के बाद नीतीश कुमार को तुरंत तेजस्वी को बर्खास्त करना चाहिए।’’ राज्यसभा सदस्य और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि जब लालू यादव पर मुख्यमंत्री रहते चारा घोटाला मामले में आरोपपत्र दाखिल हुआ था, तब नीतीश कुमार और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने लालू के इस्तीफे की मांग की थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता करेंगे या भ्रष्टाचार के आरोपी को बर्खास्त करेंगे, देखना है।’’
नौकरी के बदले जमीन मामले में दूसरा आरोपपत्र
गौरतलब है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में यह दूसरा आरोपपत्र है और इसमें 14 अन्य लोगों के भी नाम शामिल हैं। सीबीआई ने इस मामले में तेजस्वी के अलावा पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने बताया कि यह मामले में पहला आरोपपत्र दाखिल होने के बाद सामने आए दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर दाखिल किया गया है। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 2004-2009 में लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर पसंदीदा लोगों को रेलवे में नियुक्त किया गया। एजेंसी के मुताबिक, रेलवे में नौकरी के बदले में अभ्यर्थियों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को बाजार भाव से काफी कम दरों पर जमीन बेची थी।