कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के सभी 144 वार्डों में रविवार सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हुआ। शुरूआत में मतदान की रफ़्तार काफी धीमी रही, लेकिन दोपहर होते-होते इसमें तेजी देखी गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार दोपहर तीन बजे तक सिर्फ 52 प्रतिशत मतदान हो चुका था। कुल मतदान का आंकड़ा अभी जारी नहीं हुआ है। मतदान शाम पांच बजे तक चला।
मतदान के दौरान कई जगह हिंसा भी हुई। बम बलास्ट भी हुआ। हिंसा के लिए बीजेपी सीधे तौर पर टीएमसी को जिम्मेदार ठहरा रही है। इन्हीं आरोपों को लेकर बीजेपी नेता शुभेंदू अधिकारी एक डेलीगेशन के साथ राज्यपाल ओपी धनखड़ से मिलने राजभवन पहुंचे हैं। भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने हिंसा को लेकर कहा कि कोलकाता नगर निगम चुनाव के दौरान बम फेंके गए, सीसीटीवी क्षतिग्रस्त किए गए और हमारे बूथ एजेंट को पीटा गया है।
वहीं तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अगर चुनाव के दौरान पार्टी का कोई नेता हिंसा में शामिल पाया जाता है तो 24 घंटे के भीतर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा हार से बचने का रास्ता खोजने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा- ‘‘जब मंगलवार को वोटों की गिनती होगी, तो आप देखेंगे कि तृणमूल कांग्रेस जीत गई है और भाजपा को भारी हार का सामना करना पड़ा है। वे सिर्फ बहाना बना रहे हैं।”
मतदान के दौरान बीजेपी ने टीएमसी पर हिंसा करने का आरोप लगाया है। भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने रविवार को एक वीडियो शेयर किया और दावा किया कि कोलकाता पुलिस भारतीय जनता पार्टी के विधायकों को बाहर निकलने से रोक रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस वोट डालने के इच्छुक लोगों की आवाजाही पर रोक लगा रही है।
नगर निगम चुनाव में कुल 40,48,357 मतदाता 950 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने 4,959 मतदान केंद्रों में से 1,139 को संवेदनशील घोषित किया है। अभी तक कुछ जगहों से हिंसा की घटना सामने आई है। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के सियालदह और खन्ना इलाकों में बम फेंके जाने की दो घटनाएं हुईं और स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस दलों को घटनास्थल पर भेजा गया। कोलकाता के सियालदह इलाके में टाकी बॉयज स्कूल में मतदान के दौरान बम फेंके गए जिसमें तीन मतदाता घायल हो गए और उनमें से एक की हालत गंभीर है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक घायल व्यक्ति ने अपना पैर गंवा दिया है और दो अन्य का भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दो बम फेंके गए और हम दोषियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं।
वार्ड 22 में भी भाजपा प्रत्याशी ने टीएमसी समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया है। वार्ड 7 में भी भाजपा उम्मीदवार ब्रजेश झा ने पुलिसकर्मियों पर मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया है। मध्य कोलकाता में कांग्रेस उम्मीदवार संतोष पाठक ने टीएमसी पर फर्जी वोटिंग करने का आरोप लगाया। सीपीएम ने भी आरोप लगाया कि उनके मतदान एजेंटों को बूथ से बाहर निकाल दिया गया और उनके कई उम्मीदवारों को बूथ में प्रवेश करने से रोका गया।
ज्यादातर मामलों में भाजपा, सीपीएम और कांग्रेस ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया। साथ ही इन दलों ने राज्य पुलिस और कोलकाता पुलिस पर घटना के दौरान मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाया। भाजपा उम्मीदवार की ओर से शिकायत मिलने के बाद राज्य चुनाव आयोग ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
कोलकाता नगर निगम चुनाव में हुई हिंसा को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दीदी का हिंसात्मक शासन! कोलकाता म्युनिसिपल कारपोरेशन के चुनाव में TMC का गुंडाराज चरम पर है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले, बमबारी, हत्या जैसे आतंकी कृत्य घटित हो रहे हैं। ममता दीदी की हत्यारी विचारधारा ने बंगाल को रक्तरंजित कर रखा है।
नगर निगम चुनाव के लिए कोलकाता पुलिस के लगभग 23,000 कर्मियों को शहर भर में तैनात किया गया है। साथ ही शहर भर में अलग अलग जगहों पर 200 से अधिक पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार नगर निगम में बने रहने के लिए संघर्ष कर रही है। भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी चुनाव मैदान में हैं। नगर निगम चुनाव की मतगणना 21 दिसंबर को होगी।