बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को Shivsena के फायरब्रांड नेता संजय राउत से जुबानी जंग के बीच केंद्र सरकार से Y+ सिक्योरिटी मिली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने इस बारे में बताया कि इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इस मसले पर असेसमेंट के बाद निष्कर्ष निकाला है कि कंगना की जान को खतरा है और उसी के हिसाब से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई है।

मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, एक्ट्रेस को पूरे देश में यह सिक्योरिटी मिलेगी। एक सूत्र ने बताया कि वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा के अंर्तगत कंगना के लिए 11 कमांडो तैनात किए जाएंगे, जिसमें दो हथियारों के साथ होंगे और वे उनकी हर समय सुरक्षा करेंगे। साथ ही घर के आसपास की रक्षा करेंगे।

कंगना ने केंद्र सरकार की ओर से मिली इस सुरक्षा पर ट्वीट करते हुए कहा था- ये प्रमाण है की अब किसी देशभक्त आवाज़ को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा, मैं अमित शाह की आभारी हूं वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा, हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद।

हालांकि, महाराष्ट्र के रिलीफ और रिहैबिलिटेशन मिनिस्टर विजय वडेट्टीवार ने केंद्र के इस कदम को ‘राजनीति से प्रेरित’ करार दिया है। आरोप लगाया है कि रनौत बीजेपी की ‘पोपट’ बताया है। वहीं, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी MHA के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि जिस अदाकारा ने मुंबई और महाराष्ट्र का ‘अपमान’ किया, आखिर उसे कैसे सुरक्षा मिल गई?

वहीं, रनौत को हिमाचल प्रदेश की ‘बेटी’ बताते हुए सीएम जय राम ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने ऐक्ट्रेस के पिता और बहन से बात करने के बाद कंगना को पैरामिलिट्री सुरक्षा दिलाने के लिए गुजारिश की है। एक वीडियो स्टेटमेंट में ठाकुर ने कहा, “राज्य की पुलिस एक्ट्रेस के मनाली स्थित घर पर उनकी हिफाजत करेगी। अगर जरूरत पड़ी, तो हिमाचल उन्हें यात्राओं के दौरान भी सुरक्षा देगा…उनकी सुरक्षा हमारे लिए जरूरी है।”