‘ओमीक्रोन’ के बड़े पैमाने पर फैलने की आशंका के बीच कर्नाटक में दक्षिण अफ्रीका के दो नागरिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वेरिएंट के बारे में पता लगाने के लिए सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। दोनों को पृथक वास में भेज दिया गया है। बेंगलुरु ग्रामीण के उपायुक्त के. श्रीनिवास ने बताया कि 1 से 26 नवंबर तक दक्षिण अफ्रीका से कुल 94 लोग आए। उनमें से दो नियमित कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
उधर, दो विदेशियों में कोरोना के लक्षण मिलने से मचे हड़कंप के बीच महाराष्ट्र, केरल से आने वालों पर भी RT-PCR की पाबंदी बसवराज बोम्मई की सरकार ने लगा दी है। दूसरी लहर के दौरान ये दोनों सूबे सबसे ज्यादा बदनाम रहे थे। आखिर तक यहां हालात काबू से बाहर ही दिखे थे। लिहाजा इस बार भी इन दोनों सूबों को लेकर बाकी के राज्य सतर्कता बरत रहे हैं।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 889 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66,33,612 हो गई। जबकि 17 और रोगियों की मौत होने से मृतकों की तादाद 1,40,908 तक पहुंच गई है। ‘ओमीक्रोन’ के खतरे को देख सरकार ने कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) का पालन नहीं करने वाले शख्स पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने की बात कही। व्यक्ति किसी ऐसे परिसर में सीएबी का उल्लंघन करता है, जहां यह लागू है तो उस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यदि कोई संस्थान खुद सीएबी का पालन करने में विफल रहता है, तो उसे 50,000 रुपये के जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। नियमों के बार-बार उल्लंघन पर उसे बंद कर दिया जाएगा।
तमिलनाडु ने भी राज्य के सभी चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के चार अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी करने के लिए कहा गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम ने बताया कि ये अधिकारी चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै और तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डों पर तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि पांच देशों- दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, इजराइल, बेल्जियम, हांगकांग (चीन) में वायरस के नए स्वरूप के बारे में पता चला है। कई देश वायरस के इस नए स्वरूप से खुद को बचाने के लिए निवारक उपाय कर रहे हैं। इसको देखते हुए ही कदम उठाए गए हैं।