Karnataka BJP-JDS Alliance: कर्नाटक में बीजेपी-जेडी(एस) गठबंधन को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। इसी बीच JDS-भाजपा गठबंधन पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने रविवार को बड़ा बयान दिया। कुमारस्वामी ने कहा कि हम सीट बंटवारे से जुड़े मुद्दों को सुलझा लेंगे। हर कोई देख रहा है कि वर्तमान राज्य सरकार कैसे चल रही है। हमारा लक्ष्य भविष्य के चुनावों में कांग्रेस को हराना है।
क्या जेडी(एस) में किसी तरह की कोई दरार है? इस सवाल के जवाब में कुमारस्वामी ने कहा, ‘कहीं कोई दरार(JDS पार्टी में) नहीं है, हम सब एकजुट हैं, हम सभी विधायक मिलकर निर्णय लेंगे…कांग्रेस विचारधारा के बारे में बता रही है, वे अब हमें सिखा रहे हैं। उनकी विचारधारा क्या है? वे नीतीश कुमार के साथ कैसे हाथ मिला रहे हैं, कितनी बार वे(नीतीश कुमार) भाजपा में शामिल हुए, कितनी बार उन्होंने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा और बाहर आ गए। यही उनकी विचारधारा है?’
इससे पहले शनिवार को बेंगलुरु में कर्नाटक के पूर्व सीएम एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा था कि अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ने के संबंध में चर्चा अभी शुरुआती दौर में है। कुमारस्वामी का यह बयान भाजपा के वरिष्ठ नेता बी. एस. येदियुरप्पा की उस टिप्पणी के एक दिन बाद आया था, जिसमें दोनों दलों के बीच साथ मिलकर आम चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बनने की बात कही गई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि सीट बंटवारे और अन्य चीजों पर अभी चर्चा होनी बाकी है। उन्होंने साथ ही कहा था कि उनके लिए लेने-देने से ज्यादा, विश्वास और सम्मान महत्वपूर्ण है। कुमारस्वामी ने कहा था कि चर्चा अभी शुरुआती दौर में हैं। मैंने पिछले कुछ दिनों से इस पर मीडिया में खबरें देखी हैं। मैंने वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा का बयान देखा है। उन्होंने हमारी पार्टी, (पूर्व प्रधानमंत्री एचडी) देवेगौड़ा (जद(एस) प्रमुख) और मेरे बारे में अच्छी बातें कही हैं। उनके इस बयान के लिए धन्यवाद कि आने वाले दिनों में हम साथ मिलकर काम करेंगे।
कुमारस्वामी ने कहा था कि सीट बंटवारे और अन्य चीजों पर अभी चर्चा नहीं हुई है। उनकी दिल्ली यात्रा की तारीख भी तय नहीं हुई है। कुमारस्वामी ने आगे कहा था कि मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि हम मांड्या सीट पर अड़े हुए हैं, वहां के मौजूदा सांसद का क्या होगा, तुमकुरु और कोलार सीटों का क्या होगा। इन सब पर अभी तक चर्चा नहीं हुई है। मैं मीडिया के मित्रों से अपील करता हूं कि अभी चर्चा शुरुआती दौर में है, इसलिए वे अपनी इच्छानुसार अटकलें न लगाएं।
उन्होंने कहा कि मीडिया इस मुद्दे को ऐसे पेश कर रही है जैसे आपसी सहमति बन गई है, लेकिन मेरी राय में इसके लिए अभी भी समय है, अभी भी बहुत सारी चर्चाएं होनी बाकी हैं। मेरे लिए देना और लेना महत्वपूर्ण नहीं है, विश्वास और सम्मान महत्वपूर्ण है।
बता दें, येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा था कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जद(एस) के साथ समझौता करेगी। इस घोषणा से राज्य का सियासी पारा चढ़ गया। भाजपा ने 2019 में कर्नाटक की 25 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि उसके समर्थन से निर्दलीय (मांड्या से सुमालता अंबरीश) ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस और जद(एस) को एक-एक सीट मिली थी।