अपनी ही पार्टी के नेताओं के विरोध का सामना कर रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने इस्तीफे की पेशकश की है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान बी एस येदियुरप्पा ने ख़राब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस्तीफा देने की बात कही। 

समाचार चैनल एनडीटीवी के सूत्रों के अनुसार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान ख़राब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें अपने इस्तीफे की पेशकश की। साथ ही मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने इस शर्त पर इस्तीफा देने की पेशकश की है कि उनके बाद उनके बेटे को पार्टी की राज्य इकाई में एक सम्मानजनक पद दिया जाएगा। 

येदियुरप्पा के इस्तीफे पर फैसला पार्टी आलाकमान को करना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अगर पार्टी आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन करना चाहती है तो यह 26 जुलाई के भीतर ही हो सकता है। क्योंकि येदियुरप्पा इस माह ही अपने कार्यकाल के दो साल पूरा करेंगे। येदियुरप्पा के इस्तीफा देने के बाद जिन नेताओं को राज्य की कमान दी जा सकती है उनमें बसवराज बोम्मई, मुरुगेश निरानी और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का नाम शामिल है।

हालांकि नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शनिवार को अफवाह करार दिया. कर्नाटक भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने इस्तीफे को लेकर कहा कि ना तो ऐसी स्थिति आई है और ना ही ऐसी अफवाहों में कोई सच्चाई है। अभी तक किसी ने मुझे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। 

शनिवार को बी एस येदियुरप्पा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की।  गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने मुझे कर्नाटक में फिर से सत्ता में आने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कहा और हमें लोकसभा चुनाव में और अधिक सीटें जीतनी चाहिए। साथ ही उन्होंने जे पी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा कि मेरे बारे में उनकी राय बहुत अच्छी है। मैं पार्टी के लिए काम करूंगा और फिर से कर्नाटक की सत्ता में लौटूंगा।