पंजाब में कांग्रेस पार्टी के बिखराव को देखते हुए कपिल सिब्बल ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी को मजबूत करने की वकालत की। अपनी नाराजगी को जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पता नहीं, कांग्रेस में कौन फैसले ले रहा है। लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं इस पर सोचने की जरूरत है। पार्टी नेतृत्व के रवैये पर बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व जिन लोगों को अपना खास मानता था वह पार्टी छोड़कर चले गए और जो लोग यह समझते हैं कि वह उनके (पार्टी नेतृत्व) के खास नहीं है, वह आज भी उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा हम (जी-23 के नेता) वे नहीं हैं जो पार्टी छोड़कर कहीं और जाएंगे।

इधर कुछ ही घंटों में सिब्बल के बयान पर पार्टी के कई सीनियर नेताओं के साथ साथ कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी देखने को मिली। दिल्ली स्थित कपिल सिब्बल के घर के बाहर भारी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता जुटे। जो राहुल गांधी जिंदाबाद- सोनिया गांधी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने सिब्बल को इतना कुछ दिया लेकिन जब संघर्ष का समय आया तो वह पार्टी के खिलाफ ही बयान दे रहे हैं।

सिब्बल ने एक बार फिर से कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सवाल उठाए हैं, उन्होंने कहा कि यह पार्टी का दुर्भाग्य है कि पार्टी के पास कोई अध्यक्ष नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं उन कांग्रेसियों की तरफ से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस वर्किंग कमेटी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए चिट्ठी थी और हम अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम ‘जी हुजुर 23’ नहीं हैं, हम अपनी बात रखते रहे हैं और आगे भी रखते रहेंगे।

यह पहला मौका नहीं है जब कपिल सिब्बल पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे हैं। राजस्थान में भी जब अशोक गहलोत और सचिन पायलट की तनातनी जयपुर से उठकर दिल्ली पहुंच गई थी तो सिब्बल ने अपनी नाराजगी जताई थी। पंजाब पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक सीमावर्ती राज्य (पंजाब) जहां कांग्रेस पार्टी के साथ ऐसा हो रहा है, इसका क्या मतलब है? इससे ISI और पाकिस्तान को फायदा है। कांग्रेस को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे एकजुट रहें। अगर किसी को दिक्कत है तो वो पार्टी के वरिष्ठ नेता से चर्चा करें।

कांग्रेस नेता ने कहा कि लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं, सुष्मिता जी चली गईं, फेलेरियो चले गए, सिंधिया चले गए, जितिन प्रसाद चले गए, केरल से सुधीरन चले गए। उन्होंने कहा कि लोग क्यों जा रहे हैं। इसका तार्किक दिया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि वर्किंग कमेटी को संवाद करना चाहिए।