कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर कांग्रेस पर हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के भूमिपूजन के समय वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि मंदिर का ताला राजीव गाँधी ने खुलवाया था। ऐसे में इसका कोई और क्रेडिट ले तो यह गलत है। इसपर ज्योतिरादित्य ने उनपर हमला बोलते हुए कहा कि इसी पार्टी के नेता शशि थरूर राम मंदिर मुद्दे पर इसके विरोधाभासी बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस (राम मंदिर मुद्दे पर) अपने आप में उलझ रही है। इस पार्टी को नहीं पता कि उसके नेताओं ने क्या किया है और क्या नहीं?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में काबिल नेताओं पर सवाल खड़े किये जाते हैं। ऐसा ही काम सचिन पायलट के साथ भी हुआ है। वरिष्ठ भाजपा नेता ने बातचीत के दौरान कहा कि पायलट मेरे मित्र हैं। उन्होंने जो पीड़ा झेली है, उससे सब लोग वाकिफ हैं। कांग्रेस किस तरह इतने विलंब के बाद अपना घर दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है, इस बात से भी सब वाकिफ हैं। उन्होंने कहा, “यह दु:ख की बात है कि कांग्रेस में काबिलियत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जाता है। यही स्थिति मेरे पूर्व सहयोगी (पायलट) ने भी झेली है।
आपको बता दें की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च में पार्टी को अपने कई समर्थक विधायकों के साथ छोड़ दिया था। जिसके कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई और कमलनाथ ने इस्तीफ़ा दे दिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है, अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया है और चीन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया है।
हाल ही में राहुल गांधी ने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरएसएस और भाजपा पर फेसबुक तथा व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हुए मतदाताओं को प्रभावित करने के लिये “फर्जी खबरें” फैलाने का आरोप लगाया था। उनके इस हमले का जवाब देते हुए सिंधिया ने कहा कि इंटरनेट एक स्वतंत्र माध्यम है। लेकिन जनता का विश्वास खोने वाले लोगों के पास जब कहने को कुछ नहीं होता है, तो इन मुद्दों को पकड़ा जाता है। हालाँकि इसके साथ ही सिंधिया ने कहा कि मैं इस बात का पक्षधर हूं कि फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया मंचों पर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कही जाने वाली आपत्तिजनक बातों पर सख्ती से लगाम लगायी जानी चाहिये।
(भाषा इनपुट्स के साथ)