कोरोना वायरस का संक्रमण देश में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। तबलिगी जमात मरकज में शामिल हुए लोगों की लापरवाही के बाद संक्रमित लोगों के आंकड़े और भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर सिंह ने एक ट्वीट कर ऐसे लोगों ओर निशाना साधा है। उमाशंकर का कहना है कि जो लोग कोरोना के संकट को सांप्रदायिक रंग दिया है उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार के यह ट्वीट करते ही लोग उन्हें ट्रोल करने लगे।
उमाशंकर सिंह ने राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा “चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए… उन सबको को जिन्होंने देश को ‘हिन्दू मुसलमान’ के इस मुक़ाम पर ला दिया है!” इसपर एक यूजर ने लिखा “कठुआ केस में सबसे ज्यादा हिन्दू मुस्लिम किसने किया अखलाक में स्क्रीन काली किसने की सबसे बड़े हिन्दू मुस्लिम के ठेकेदार NDTV वाले हैं इस समय भी करते लेकिन तबलिगी जमात मौका नही दे रहा है।”
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कठुआ केस में सबसे ज्यादा हिन्दू मुस्लिम किसने किया अखलाक में स्क्रीन काली किसने की सबसे बड़े हिन्दू मुस्लिम के ठेकेदार NDTV वाले हैं इस समय भी करते लेकिन #तबलिकी_जमात मौका नही दे रहा है ।
— तब्लीगी (@TZKMKB) April 4, 2020
डूब जाओ अपने NDTV के साथियों @ravishndtv @SreenivasanJain @BDUTT हर बात में हिंदू मुसलमान की शुरुआत रविश और NDTV के बाक़ी पत्रकारों ने की,ट्रेन में सीट के लिए लड़ाई को हिंदू मुसलमान,छोटी से छोटी क्राइम की घटना को आपलोगो ने हिंदू-मुसलमान करके दिखाया,उसी एकतरफ़ा रिपोर्टिंग के चलते
— Awanish Kumar (@caawanish_kumar) April 4, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा “डूब जाओ अपने NDTV के साथियों रविश कुमार, श्रीनिवास जैन, बरखा दत्त हर बात में हिंदू मुसलमान की शुरुआत रविश और एनडीटीवी के बाक़ी पत्रकारों ने की, ट्रेन में सीट के लिए लड़ाई को हिंदू मुसलमान,छोटी से छोटी क्राइम की घटना को आपलोगो ने हिंदू-मुसलमान करके दिखाया,उसी एकतरफ़ा रिपोर्टिंग के चलते।”
उमाशंकर सिंह ने विश्वेंद्र सिंह का जो वीडियो शेयर किया था उसमें वे भरतपुर कि एक घटना के बारे में बता रहे थे। वीडियो में विश्वेंद्र सिंह ने कह रहे हैं कि भरतपुर के जनाना अस्पताल में बेलानगर की रहने वाली एक मुस्लिम महिला प्रवीना जो गर्भवती थी। उन्हें यहां से जयपुर भेजा गया था। उन्हें मौजूद डॉक्टर पुनीत वालिया ने साफ-साफ माना कर दिया कि आप मुस्लिम है और मैं आपका इलाज़ नहीं कर सकता। आप जयपुर जाकर चेकअप कराये। इस दौरान अस्पताल परिसर में प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई। इस से ज्यादा शर्म की कोई बात नहीं हो सकती।
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