जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिंसा में संलिप्त छात्रों का नाम बताया है। पुलिस का कहना है कि लेफ्ट के कुछ संगठन विंटर रजिस्ट्रेशन के विरोध में थे जबकि अधिकांश छात्र रजिस्ट्रेशन के पक्ष में थे। हिंसा में वामदल समर्थक छात्रों का नाम सामने आने के बाद कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है और वामदलों पर निशाना साधा है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा,’ आज की पुलिस कांफ्रेंस ने स्थापित कर दिया कि पिछले 5 दिनों से जो कहा जा रहा था कि इस हिंसा में एबीवीपी, भाजपा और अन्य लोग दोषी है लेकिन यह बात सच नहीं थी। यह वामपंथी संगठन हैं जिन्होंने सोची समझी हिंसा, सीसीटीवी और सर्वर नष्ट किया।’ उन्होंने कहा कि पांच दिन से चलाया जा रहा झूठ अब सामने आ गया है।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाकपा, माकपा, आप जैसे दलों को लोकसभा चुनाव में खारिज कर दिया गया और अब वे अपने निहित स्वार्थों के लिए छात्रों का उपयोग कर रहे हैं।उन्होंने विश्वविद्यालय के आंदोलनरत छात्रों से अपना आंदोलन समाप्त कर शैक्षणिक सत्र शुरू होने देने की अपील की। जावड़ेकर ने कहा कि पुलिस सच्चाई को सामने लायी और यह स्पष्ट है कि वामपंथी छात्र संगठन हमले में शामिल थे।
Union Min Prakash Javadekar on #JNUViolence:Today’s police press* conference established that for last 5 days the chorus that was created deliberately to blame ABVP,BJP&others, that wasn’t true. It’s the left organisations that pre-planned violence, disabled CCTV&destroyed server pic.twitter.com/fb0ZM4PZ2N
— ANI (@ANI) January 10, 2020
#JNUTapes | India Today’s undercover probe rips the masks
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स्मृति ईरानी का कहना है कि वामदलों के छात्रों ने हाथापाई की और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है जो हमारे देश के टैक्सपेयर्स के टैक्स से बनती है। ईरानी ने कहा कि परिसर को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है। दिल्ली पुलिस ने सच सामने ला दिया है।