JNU Controversy: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में इस सप्ताह जिन शिक्षकों के कमरों के दरवाजे तोड़े गए उनमें से एक प्रवेश कुमार (Pravesh Kumar) ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया कि वैचारिक मतभेदों की वजह से विश्वविद्यालय (University) का माहौल खराब नहीं होना चाहिए और हिंसा (Violence) का माहौल नहीं बनाना चाहिए। गुरुवार (1 दिसंबर) की सुबह जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में चार शिक्षकों के दफ्तरों के दरवाजों पर “शाखा में वापस जाओ” शब्दों के साथ स्प्रे पेंट पाया गया था।
JNU के Professor ने बताई वजह
प्रवेश कुमार के अनुसार ये सभी शिक्षक या तो सीधे तौर पर आरएसएस से जुड़े हैं या इसके हमदर्द हैं। उन्होंने कहा, “मैं आरएसएस से जुड़ा हुआ हूं, मैं वीएचपी का राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हूं … यही वामपंथियों के साथ समस्या है। वे सोचते हैं कि वे जो कहते हैं वही सही है… 2014 से पहले जाति आधारित राजनीति बहुत अधिक प्रचलित थी लेकिन उसके बाद हिंदुत्व की राजनीति सामने आई जिसने सभी समूहों को हिंदू पाले में समेट लिया।”
JNU प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
हालांकि जेएनयू प्रशासन ने इस मामले की जांच बैठा दी है, लेकिन शुक्रवार की रात तक यह पता नहीं चल पाया था कि दीवारों पर ये इस तरह की पेंटिंग किसने बनाई थी। एक अन्य शिक्षक जिनके कक्ष के दरवाजे पर वैसी ही पेंटिंग बनाई गई थी, ने बताया, “सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए। यह सार्वजनिक संपत्ति है और यह अध्ययन करने की जगह है। इससे यूनिवर्सिटी का खर्चा ही बढ़ रहा है। यह बचकाना व्यवहार है। इसके साथ ही, पास के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेस-2 की इमारत की दीवारों पर “ब्राह्मण भारत छोड़ो” और “ब्रह्मो-बनिया, हम आपके लिए आ रहे हैं।”
JNU के VC के दौरे बाद लगाया गया नोटिस
जेएनयू की वाइस चांसलर शांतिश्री धूलिपुदी पंडित ने शुक्रवार को स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज का दौरा किया। उनकी यात्रा के बाद, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) में एक नोटिस लगाया गया था, जिसमें कहा गया था कि स्कूल के ब्लॉक में पढ़ने वाले कई कमरे – जहां छात्र रात भर अध्ययन करते हैं – इस घटना के बाद बंद हो जाएंगे। नोटिस में कहा गया, “… 2 दिसंबर को आयोजित एसआईएस के अध्यक्षों के साथ डीन की आपातकालीन बैठक की सिफारिश पर … अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दीवारों और संकाय कक्षों के तोड़-फोड़ की घटना पर, एसआईएस- I भवन में स्थित रीडिंग रूम और दूसरी मंजिल SIS-II भवन के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित सभी रीडिंग रूम को स्थानांतरित करने के लिए 5 दिसंबर से SIS-II भवन बंद कर दिया जाएगा।”