Congress Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों मध्य प्रदेश पहुंची है। इस बीच यात्रा से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में राहुल गांधी अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद कर रहे हैं। इस दौरान वह बता रहे हैं कि RSS अगर आप पर आक्रमण करता है तो उसको कैसे जवाब देंगे? कैसे उससे मुकाबला करेंगे? राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं को डेमो दिखाया कि आरएसएस से मुकाबला कैसे करना है।
भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के इस वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं कि जो आपसे लड़ रहा है, उसकी शक्ति को आप अपनी कैसे बना सकते हैं। आरएसएस आप पर आक्रमण करता है तो वह अपनी पूरी एनर्जी आप पर लगा देता है। उस एनर्जी को आप उनके हाथ से लेकर कैसे अपनी बना सकते हो। यात्रा के दौरान राहुल गांधी अपनी सुरक्षा में लगे कुत्ते को भी टहलाते दिखे।
देखें वीडियो:
बुलेट चलाते दिखे राहुल गांधी
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं। इससे पहले वह खंडवा में तीर-धनुष चलाते दिखे थे। अब इंदौर में उन्होंने बुलेट की सवारी की है। राऊ विधानसभा क्षेत्र में वह बुलेट दौड़ाते दिखे हैं। राहुल गांधी जब बुलेट चला रहे थे तो बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता उनके साथ दौड़ लगा रहे थे।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं है यात्रा
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए कहा, “देश का नेता कौन होगा, यह देश की जनता को तय करना है। हमें जनता पर भरोसा है। भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं है। यात्रा का मान कम न करें।” केसी वेणुगोपाल ने आगे कहा, “बीजेपी पिछले कुछ सालों से राहुल गांधी की छवि खराब करने में लगी है, लेकिन अब लोगों को राहुल गांधी का असली चेहरा दिखने लगा है। वह शिक्षित, दयालु और स्टैंड लेने वाले नेता हैं।”
भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) 2024 के चुनाव के लिए नहीं
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत जोड़ो यात्रा पर कहा, “देश के संविधान में जो कहा गया है हम उसे लोगों को बताना चाहते हैं कि अपना संविधान यह कहता है। कुछ लोग इन विचारों को बर्बाद करना चाहते हैं इसलिए लोग इससे जुड़ भी रहे हैं। राहुल जी यह 2024 के चुनाव को देखते हुए नहीं कर रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा से लोग जुड़ रहे हैं, हम यह वोटों के लिए नहीं कर रहे हैं बल्कि यह लोगों को एक भावनात्मक विचारधारा से जोड़ने की कोशिश है।”