Anti-Brahmin Slogans In JNU: हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाला देश का नामी संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) एक बार फिर से चर्चा में है। दरअसल, जेएनयू (Jawaharlal Nehru University) में एक ब्राह्मण विरोधी स्लोगन को लेकर विवाद पैदा हो गया है। वहीं इस घटना की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
इस घटना का संज्ञान कुलपति (Vice-Chancellor) ने लिया है। उन्होंने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के डीन और शिकायत कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और वीसी को एक रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है। कुलपति संतीश्री पंडित ने अपने बयान में कहा कि ऐसे घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) के सेकंड और थर्ड फ्लोर की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए हैं। कहा गया है कि ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’। बनिया समुदाय को लेकर भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। ABVP ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है और जेएनयू प्रशासन से एक्शन की मांग की है।
वहीं इस पूरे मामले को लेकर अभी तक जेएनयू प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन ABVP ने आरोप लगाया है कि लेफ्ट छात्रों ने इस तरह की हरकत की है। लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए इस तरह के स्लोगन को दीवारों पर लिखा गया है।
‘ब्राह्मणों कैंपस खाली करो, यहां खून होगा, ब्राह्मण भारत छोड़ो’
ABVP ने जिन स्लोगन को लेकर आपत्ति जताई है। दीवारों पर लिखे नारों में से कुछ नारे हैं, ‘ब्राह्मण परिसर छोड़ो’, ‘रक्तपात होगा’, ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’ और ‘ब्राह्मणों और बनिया, हम तुम्हारे पास बदला लेने आ रहे हैं।’ छात्रों ने दावा किया कि ब्राह्मणों और बनिया समुदायों के खिलाफ नारों के साथ दीवारों को तोड़ा गया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं।
जारी बयान में ABVP अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा है कि सांप्रदायिक गुंडों ने इस हरकत का हम विरोध करते हैं। वामपंथियों ने जेएनयू की दीवारों पर गालियां लिखी हैं। उन्होंने कहा कि हम केवल एक बात को मानते हैं कि ऐसी संस्थानों का इस्तेमाल डिबेट करने के लिए होता है, समाज में जहर फैलाने के लिए नहीं।
फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि किसकी तरफ से दीवारों पर ये आपत्तिजनक नारे लिखे गए। आरोप जरूर लेफ्ट पर लग रहा है, लेकिन स्पष्टता से कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
बता दें, पिछले साल भी ABVP और वामपंथी संगठन AISA के बीच मारपीट की घटना हुई थी। तब आरोप ये था कि ABVP छात्र संगठन के कार्यकर्ता बैठक कर रहे थे, लेकिन तभी AISA के कार्यकर्ता आए और जमकर बवाल काटा गया। JNU में 5 जनवरी 2020 को भयानक हिंसा हुई थी। उस समय टीचर्स और छात्रों ने मिलकर एक मार्च का आयोजन किया था। तभी वहां कुछ नकाबपोश लोग आए और मारपीट शुरू कर दी थी।