केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यह दावा कर राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया कि जेएनयू में पिछले दिनों संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में हुए कार्यक्रम को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का ‘‘समर्थन’’ मिला था। राजनाथ के बयान के तुरंत बाद विपक्षी पार्टियों ने मांग की कि गृह मंत्री जेएनयू परिसर में हुए कार्यक्रम को लेकर किए गए अपने दावे को साबित करने के लिए सबूत दें। वहीं, सोशल मीडिया ने भी उन्‍हें निशाने पर लिया। टि्वटर पर #RajnathGoofsUp टॉप पर ट्रेंड करने लगा। दरअसल, यह अंदाजा लगाया गया कि राजनाथ का बयान उस ट्वीट पर आधारित था, जो कथित तौर पर हाफिज सईद के अकाउंट से किया गया था। हालांकि, बाद में यह कहा गया कि यह अकाउंट सईद का नहीं था। विवाद बढ़ने के बाद गृह मंत्रालय ने सफाई दी कि राजनाथ का बयान कई सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर था।

बता दें कि रविवार को मीडिया से बातचीत में राजनाथ ने कहा था, ‘देश को इस सच्‍चाई को स्‍वीकार करना होगा कि जेएनयू में जो घटना हुई, वह हाफिज समर्थित है, जो कि दुर्भाग्‍यपूर्ण है।

डी राजा की ब‍ेटी को धमकी?
एक अन्‍य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेएनयू की स्टूडेंट और लेफ्ट नेता डी राजा की बेटी को जान से मारने की धमकी मिली है। बीजेपी नेता महेश गिरी ने शनिवार को एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि बीते बुधवार की शाम जेएनयू में जिन लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की थी, उनमें राजा की बेटी अपराजिता भी थीं। धमकी के बारे में डी राजा ने बताया कि उनकी बेटी को ऑस्ट्रेलिया से अंडरवर्ल्ड डॉन के नाम से कई धमकी भरे फोन आ रहे है। राजा ने कहा कि उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाला शख्स हिन्दी में बात कर रहा था और कह रहा था कि वह क्यों एबीवीपी और बीजेपी से दुश्मनी ले रहे हैं?

Read Also:

JNU विवाद पर सुधीश पचौरी का कॉलम बाख़बर : लेनिन की दाढ़ी में

 JNU कैंपस में कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा पर हमला, कान से निकला खून, ABVP पर लगा आरोप