JNU हिंसा पर सीनियर Congress नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने इन दोनों ही दिग्गजों को मूक मार्गदर्शक करार दिया है। साथ ही कहा है कि पहले ये लोकप्रिय थे, पर अब इनकी लोकप्रियता कम हो चुकी है। उनके मुताबिक, अगर ताली कप्तान को मिलती है, तब गाली भी उसी को पड़ती है।
उन्होंने इस बारे में मंगलवार को हिंदी चैनल ABP News से कहा- ये दिग्गज चुपचाप बैठे हैं। ऐसा लगता है कि ये सारी चीजें और साजिश उनकी की शह पर हुई हैं। हालांकि, ये चीजें पहले भी हो चुकी हैं। जामिया के बाद अचानक ये चीजें जेएनयू के साथ हुई। उस संस्थान के साथ, जिसने विश्व में भारत का नाम कराया। एक से एक अच्छे लोगों को दिया है, जिसने न केवल जेएनयू बल्कि देश का नाम किया है। ऐसे संस्थान में नकाबपोश बदमाशों का घुस कर बदमाशों की पिटाई करना…ये इतना आसान नहीं लगता है। इसके पीछे कोई षडयंत्र है।
बकौल कांग्रेसी नेता, “मैं पुलिस की बड़ी इज्जत करता हूं…मैं सबकी बात नहीं करता हूं, पर कई बार पुलिस को दबाव का शिकार होते देखता हूं।” मामले की जांच पर जोर देते हुए उन्होंने दावा किया कि ऐसा लगता है कि मिलीभगत और दबाव के कारण जेएनयू में यह शर्मनाक, दर्दनाक और निंदनीय घटना हुई है। आप आसानी से इसे दरकिनार नहीं कर सकते हैं।
शत्रुघ्न बोले- पुलिस कह रही है कि उसके पास पर्याप्त सबूत नहीं है। क्या तमाशा है? बच्चों को बर्बरता से मारा गया है…मामले का राजनीतिकरण क्यों हो रहा है? कहा कुछ जा रहा है, दिख कुछ रहा है। समय अनुकूल नहीं चल रहा है। जेएनयू छात्रों पर यह जो हिंसा हुई है, वह दिल्ली के चुनाव के ऐलान की पूर्व संध्या पर ये सब हुआ है। कहीं ये राजनीतिक रूप से घातक न साबित हो जाए।
INC नेता ने दावा किया- दिल्ली चुनाव पर इस घटना का बड़ा असर पड़ेगा। सुनें, उन्होंने और क्या कहाः