Jharkhand Assembly Election Results 2019, Jharkhand Vidhan Sabha Chunav Result 2019 Updates: Jharkhand Mukti Morcha’s (JMM) के कार्यकारी चीफ हेमंत सोरेन ने 50 विधायकों के समर्थन के साथ झारखंड में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। उन्होंने बताया, “कुल 50 विधायकों के साथ मैंने राज्यपाल से मुलाकात की। मेरे साथ राजद के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आर पी एन सिंह और झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी भी उपस्थित थे।” सोरेन ने कहा कि हमने राज्यपाल से गुजारिश की है कि वह हमें सूबे में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।
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जानकारी के मुताबिक, हेमंत सोरेन अपने अन्य सहयोगियों के साथ 29 दिसम्बर को अपराह्र एक बजे रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के राष्ट्रीय स्तर के अनेक नेताओं और मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
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चुनावों में जेएमएम की अगुवाई वाला गठबंधन 47 सीटों के साथ सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरा है। बीजेपी को 25 सीटें मिली हैं। महागठबंधन में जेएमएम को 30, कांग्रेस को 16 और राजद को एक सीट मिली है। हेमंत सोरेन को पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी का पार्टी जेवीएम ने भी समर्थन का ऐलान किया है। जेवीएम को तीन सीटें मिली हैं। इनके अलावा आजसू को दो, एनसीपी और सीपीआईएमएल को एक-एक सीट मिली है। दो निर्दलीय भी विधायक बने हैं। सरयू राय ने निर्दलीय पर्त्याशी के तौर पर सीएम रघुवर दास को हराया।
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बता दें कि सूबे में गठबंधन ने 47 सीटें जीती हैं, जबकि BJP 25 सीटों पर जीत हासिल कर सकी। गठबंधन में शामिल जेएमएम ने 30, आरजेडी ने एक और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, आजसू दो और झारखंड विकास मोर्चा के खाते में तीन सीटें गईं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य विधानसभा चुनावों में विजयी विपक्षी गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ 27 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे।
भाजपा प्रावक्ता संबित पात्रा से ‘पांच ट्रिलियन डॉलर में कितने जीरो’ वाले सवाल से चर्चा में आए कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ का चुनावी राजनीति का आगाज कुछ खास नहीं रहा और झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। वल्लभ का कहना है कि चुनावी राजनीति का उनका सफर जारी रहेगा और वह एक हार से पीछे नहीं हटने वाले हैं।
राज्य की जमशेदपुर-पूर्व विधानसभा सीट से उम्मीदवार रहे कांग्रेस प्रवक्ता वल्लभ को निवर्तमान मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ उम्मीदवार बनाया गया था। उन्हें महज 18976 वोट मिले, जबकि इस सीट पर कुल 173618 वोट पड़े थे। इस सीट पर निर्दलीय सरयू राय ने दास को 15 हजार से अधिक मतों से पराजित किया।
झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के विधायक दल की बैठक यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर शाम को होनी है। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने आज यहां इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राज्य विधानसभा के लिए चुने गये 16 विधायकों की बैठक आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर शाम को होगी जिसमें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना जायेगा। जिसके लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव को केन्द्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर यहां भेजा है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सभी विधायक झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के घर गठबंधन दल के विधायकों की बैठक के लिए शाम सात बजे एकत्रित होंगे जहां हेमंत सोरेन को गठबंधन विधायक दल का नेता चुना जायेगा और फिर रात्रि आठ बजे हेमंत 35 अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि झारखंड का चुनाव परिणाम देशभर में भाजपा के भगवा प्रभाव को कम करेगा। झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है और भाजपा सत्ता से अपदस्थ हो गई है।
पवार ने ट्वीट किया, ‘‘झारखंड चुनाव में गठबंधन की शानदार जीत के लिए हेमंत सोरेन जी को बधाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड का जनादेश एक नए पैटर्न को रेखांकित करता है जो देशभर में भाजपा के भगवा प्रभाव को कम करने की प्रक्रिया में मदद करेगा।’’ झामुमो नेता हेमंत सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे।
हरियाणा और महाराष्ट्र में उम्मीद से कमजोर प्रदर्शन करने के बाद झारखंड में भाजपा को मिली पराजय से ये विचार प्रबल हो रहे हैं कि स्थानीय नेतृत्व के अलावा क्षत्रपों को भी तरजीह दिया जाना चाहिए और उनकी चिंताओं की अनदेखी नहीं होनी चाहिए।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व जल्द ही स्थिति का आकलन करेगा कि झारखंड में क्या गलत हुआ और कहा कि नेतृत्व और राज्य इकाई में आंतरिक कलह जैसे स्थानीय मुद्दों के अलावा एकताबद्ध विपक्ष को लेकर भी विश्लेषण किया जाएगा और दिल्ली सहित आगामी चुनावों के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
झारखंड के विधानसभाध्यक्ष डॉक्टर दिनेश उरांव ने मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आज जारी एक वाक्य के इस्तीफे में लिखा है, ‘‘मैं दिनेश उरांव, अध्यक्ष, झारखंड विधानसभा, आज दिनांक 24.12.2019 को अपराह्न से अध्यक्ष के पद का त्याग कर रहा हूं।’’ विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव भी राज्य विधानसभा चुनावों के कल घोषित परिणामों में अपनी सिसई विधानसभा सीट से 38,440 मतों के भारी अंतर से पराजित हो गये थे। उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिग्गा सुसारण होरो ने पराजित किया।
इस सीट पर जहां होरो को 93,591 मत प्राप्त हुए वहीं दिनेश उरांव को सिर्फ 55,151 मत प्राप्त हो सके। कल घोषित परिणाम में 81 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को सिर्फ 25 सीटें हासिल हुई हैं वहीं विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राजद गठबंधन को कुल 47 सीटें मिली हैं। दिनेश उरांव छह जनवरी को चौथी विधानसभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे।
शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार इसलिए हुई क्योंकि वह जनता को बहुत हल्के में ले रही है। शिवसेना ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लगा कि नागरिकता (संशोधन) कानून से ंिहदू मतदाता प्रतिशत बढ़ेगा लेकिन झारखंड में श्रमिकों और आदिवासियों ने भाजपा को नकार दिया। झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाला तीन दलीय गठबंधन सोमवार को सत्ता में आया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि झारखंड में भाजपा ऐसे समय में हारी है जब उसे महाराष्ट्र में भी ‘‘हार’’ का मुंह देखना पड़ा। उसने कहा, ‘‘हरियाणा में भी कांग्रेस ने जोरदार वापसी की लेकिन भाजपा दुष्यंत चौटाला (जननायक जनता पार्टी के नेता) के साथ सत्ता में आ गई जिसके खिलाफ उसने चुनाव लड़ा था।’’ ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि एक बार जब लोग सरकार बदलने का फैसला कर लेते हैं तो वे ‘‘सत्ता और धन के दबाव’’ में नहीं फंसते।
शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार इसलिए हुई क्योंकि वह जनता को बहुत हल्के में ले रही है। शिवसेना ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लगा कि नागरिकता (संशोधन) कानून से ंिहदू मतदाता प्रतिशत बढ़ेगा लेकिन झारखंड में श्रमिकों और आदिवासियों ने भाजपा को नकार दिया। झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाला तीन दलीय गठबंधन सोमवार को सत्ता में आया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि झारखंड में भाजपा ऐसे समय में हारी है जब उसे महाराष्ट्र में भी ‘‘हार’’ का मुंह देखना पड़ा। उसने कहा, ‘‘हरियाणा में भी कांग्रेस ने जोरदार वापसी की लेकिन भाजपा दुष्यंत चौटाला (जननायक जनता पार्टी के नेता) के साथ सत्ता में आ गई जिसके खिलाफ उसने चुनाव लड़ा था।’’ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि एक बार जब लोग सरकार बदलने का फैसला कर लेते हैं तो वे ‘‘सत्ता और धन के दबाव’’ में नहीं फंसते।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भाजपा के एक नेता का कहना है कि रघुबर दास को सीएम फेस बनाना पार्टी को भारी पड़ा। रघुबर दास अब लोगों के बीच लोकप्रिय नहीं रहे।
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता का धन्यवाद दिया और कहा कि वह जनता के आदेश को सहर्ष स्वीकार करते हैं लेकिन इस हार को उन्होंने पार्टी की नहीं बल्कि अपनी व्यक्तिगत हार बताया।
नतीजों के अनुसार, कांग्रेस गठबंधन को 47 सीटों पर जीत मिली है। वहीं भाजपा को 25 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस गठबंधन में तीन पार्टियां हैं जिसमें जेएमएम ने 30, आरजेडी ने एक और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। आजसू 02 और झारखंड विकास मोर्चा के खाते में 3 सीटें गई हैं।
झारखंड विधानसभा चुनावों में 81 सीटों में से 47 सीट जीतने के बाद गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन के निवास पर रात्रि में आयोजित पहले संवाददाता सम्मेलन में सोरेन ने कहा कि अपनी इस इच्छा के बारे में गठबंधन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सूचित करेगा और यदि उनकी सहमति मिली तो शपथ ग्रहण का कार्यक्रम मोरहाबादी मैदान में आयोजित होगा।।
पिछले विधानसभा चुनावों में जहां भाजपा ने 37 सीटें जीती थीं वहीं वह इस बार सिर्फ 25 पर सिमट गई। जबकि उसकी सहयोगी रही आज्सू पिछली विधानसभा में सिर्फ आठ सीटें लड़कर पांच सीटों पर जीती थी जबकि इस बार उसने 53 सीटें लड़कर महज दो सीटों पर जीत दर्ज की। कम से कम 12 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां दोनों पार्टियों के मत जोड़ देने से उनके उम्मीदवार की जीत संभव थी। इसी बीच चुनाव परिणाम पर खुशी जताते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘आज हमारे लिए जनता की सेवा के लिए संकल्प का दिन है।’’ उन्होंने कहा कि आज राज्य में जो परिणाम आये हैं वह हम सभी के लिए उत्साह का दिन है। जनता का जनादेश स्पष्ट है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य विधानसभा चुनावों में विजयी विपक्षी गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ 27 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे। झारखंड विधानसभा चुनावों में 81 सीटों में से 47 सीट जीतने के बाद गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन के निवास पर सोमवार ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि अपनी इस इच्छा के बारे में गठबंधन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सूचित करेगा और यदि उनकी सहमति मिली तो शपथ ग्रहण का कार्यक्रम मोरहाबादी मैदान में आयोजित होगा।
झारखंड चुनावों में जिन सीटों पर लोगों की नजर थी, उनमें जमशेदपुर ईस्ट सीट शामिल थी क्योंकि इस सीट पर रघुबर दास के सामने भाजपा के बागी नेता और निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय के बीच टक्कर थी। अभी तक आए नतीजों के अनुसार, सरयू राय ने निर्णायक बढ़त बना ली है और रघुबर दास उनसे काफी पीछे चल रहे हैं। जमशेदपुर ईस्ट सीट से रघुबर दास यदि हारते हैं तो यह भाजपा और खुद रघुबर दास के लिए बड़ा झटका होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को झारखंड में विपक्षी गठबंधन की जीत को ‘निर्णायक जीत’ बताया और सहयोगी दलों, पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘झारखंड में हमारे गठबंधन की निर्णायक जीत पर कांग्रेस पार्टी और हमारे गठबंधन सहयोगियों, कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई।’’
अभी तक आए रुझानों के अनुसार, देवघर सीट से भाजपा के नारायण दास आगे चल रहे हैं। वहीं गठबंधन उम्मीदवार और राजद नेता सुरेश पासवान दूसरे स्थान पर हैं। दोनों नेताओं के बीच कांटे की टक्कर है।
झामुमो गठबंधन को 39 सीटों पर मिली जीत
झामुमो नेता हेमंत सोरेन की सीएम पद पर वापसी तय हो गई है। सीएम रघुबर दास ने इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने हार भी स्वीकार कर ली है। भाजपा ने स्वीकार किया कि स्थानीय मुद्दों पर ध्यान नहीं देने के चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं हेमंत सोरेन को उनके जल जंगल जमीन के नारे को खूब समर्थन मिला और उनके गठबंधन ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की।
पाकुर सीट से कांग्रेस के आलमगीर आलम निर्णायक बढ़त हासिल कर चुके हैं। भाजपा के वेणी प्रसाद गुप्ता दूसरे और आजसू के अकील अख्तर तीसरे स्थान पर हैं।
भाजपा ने झारखंड चुनावों में अपनी हार स्वीकार कर ली है। पार्टी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने अपने एक बयान में कहा कि स्थानीय मुद्दों ने पार्टी की हार में अहम भूमिका निभायी। इसके अलावा एकजुट विपक्ष के सामने गठबंधन की कमी भी हार की वजह बनी।
झारखंड चुनावों के नतीजों का ऐलान होने के बाद रघुबर दास कुछ ही देर पहले राजभवन पहुंचे। यहां राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु को रघुबर दास ने अपना इस्तीफा सौंपा। हालांकि राज्यपाल ने उन्हें अगली सरकार के गठन तक पद पर बने रहने को कहा है। रघुबर दास ने राज्य में हार की जिम्मेदारी स्वीकार की है।
झामुमो नेता हेमंत सोरेन झारखंड की बरहैट सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने भाजपा की सिमोन माल्टो को 25 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में जीत के लिए हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन को बधाई दी। पीएम ने झारखंड के लोगों का भी आभार जताया। पीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं की भी उनकी कड़ी मेहनत के लिए तारीफ की और आगे भी जनता की सेवा करते रहने का संकल्प दोहराया।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन से जब पूछा गया कि उनकी सरकार राज्य में NRC लागू करेगी? इस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि हम जनता के हितों को ध्यान में रखकर फैसला करेंगे।
चाईबासा विधानसभा सीट से झामुमो के दीपक बिरुआ 26 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। भाजपा के जेबी टुबिड दूसरे पायदान पर काबिज हैं।
पीएम मोदी ने हेमंत सोरेन और झामुमो गठबंधन को दी जीत की बधाई
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने झारखंड चुनाव नतीजों को लेकर ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में अमित शाह ने लिखा कि हम झारखंड के जनादेश का सम्मान करते हैं। 5 साल हमें सेवा का मौका देने के लिए हम जनता के आभारी हैं। भाजपा आगे भी राज्य के विकास के लिए काम करती रहेगी।
झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना के आधार पर शाम छह बजे तक की स्थिति इस प्रकार है :
कुल सीटें: 81
घोषित परिणाम: 15
भाजपा- 4
झामुमो- 7
कांग्रेस- 3
आजसू- 1
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने झारखंड चुनाव के नतीजों पर कहा कि यह जनादेश CAA और NRC के खिलाफ आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान उग्र रूप से CAA और NRC के मुद्दे उठाए थे।
झारखंड की बारहेट विधानसभा सीट पर झामुमो के नेता हेमंत सोरेन आगे चल रहे हैं। भाजपा की सिमोन माल्टो मुकाबले में बुरी तरह पिछड़ गई हैं। सोरेन करीब 23 हजार वोटों से आगे हैं।
झारखंड की बाघमारा सीट से भाजपा के दुलु महतो आगे चल रहे हैं। दुलु महतो का मुकाबला कांग्रेस के जलेश्वर महतो के साथ है। बता दें कि इस सीट पर बीते चुनावों में भी दुलु महतो ने जीत दर्ज की थी।
हेमंत सोरेन बोले- राज्य में एक नए अध्याय की शुरूआत होगी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने झारखंड के चुनाव नतीजों पर कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र में झटका लगा और झारखंड में हार। 2019 में यह भाजपा की कहानी है। सभी गैर-भाजपाई पार्टियों को अपनी मजबूती बढ़ाकर कांग्रेस के साथ मिलकर भारत के संविधान को बचाना चाहिए।
हेमंत सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि आज का दिन उनके लिए संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि हम जनता की उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही सोरेन ने जनता का आभार जताया और अपनी सहयोगी पार्टियां कांग्रेस और राजद को भी धन्यवाद दिया।
झारखंड के सीएम रघुबर दास जमशेदपुर ईस्ट सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय से पिछड़ रहे हैं। जब इस बारे में रघुबर दास से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नतीजा हमारे पक्ष में आएगा। मैं अंतिम नतीजों का इंतजार कर रहा हूं। भाजपा लोगों के जनादेश को स्वीकार करेगी।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन, कांग्रेस और राजद को जीत की बधाई दी।
झारखंड की खूंटी विधानसभा सीट पर भाजपा के नीलकंठ सिंह मुंडा ने जीत दर्ज की है। उन्होंने झामुमो के सुशील पाहन को हराया। भाजपा के नीलकंठ सिंह को 44 प्रतिशत वोट मिले।
झारखंड चुनावों में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसके साथ ही अभी तक आए रुझानों में झामुमो गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। अभी खबर आयी है कि हेमंत सोरेन शाम साढ़े चार बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं।
झारखंड की राजमहल सीट पर भाजपा के अनंत कुमार ओझा ने जीत दर्ज की है। ओझा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा केतबुद्दीन शेख के करारी शिकस्त दी। भाजपा उम्मीदवार को 57 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले।