आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव में जद (एकी)-राजद-कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन को मजबूती प्रदान करने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी इस महागठबंधन के स्वाभिमान रैली में शामिल होने के लिए रविवार को पटना आएंगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सोनिया जी के स्वाभिमान रैली में हिस्सा लेने को लेकर हमें कार्यक्रम प्राप्त हुए है।

उधर, बिहार सपा के अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव ने असमंजस खत्म करते हुए कहा कि उनकी पार्टी रैली में हिस्सा लेगी। रैली में सपा का प्रतिनिधित्व मुलायम सिंह के भाई शिवपाल और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा करेंगे। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाली इस रैली में जनता परिवार की एकजुटता के लिए किए जा रहे प्रयासों की अगुवाई कर रहे समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव के शामिल होने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी।

बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि इस रैली में सोनिया के अलावा राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और पार्टी महासचिव व बिहार प्रभारी सीपी जोशी भी शिरकत करेंगे। इस रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के समय चुनाव प्रचार के लिए यहां आएंगे और उस समय रोड शो भी करेंगे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी से जब पूछा गया कि क्या राहुल गांधी चारा घोटाले में आरोपी रहे लालू प्रसाद के साथ मंच साझा नहीं करना चाहते हैं और इस कारण रैली में नहीं आ रहे हैं तो उन्होंने कहा कि कौन कहां जाएंगे, इस बारे में फैसला पार्टी नेतृत्व करता है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस अध्यक्ष खुद यहां आ रही हैं तो ऐसे में और कौन आ रहे हैं या नहीं, इस बारे में पूछने का कोई औचित्य नहीं बनता।

इस रैली में डेढ़ से दो लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के हिस्सा लेने का दावा करते हुए चौधरी ने कहा कि यह रैली अभूतपूर्व साबित होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिहार के लिए सवा लाख करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की घोषणा कर इस प्रदेश के सम्मान की बोली लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की पिछली कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने बिहार को दो लाख करोड़ रुपए दिए पर कभी उसका भाजपा की तरह प्रचार नहीं किया।

इस बीच आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बने धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन में शामिल राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने शनिवार को मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) को पांच सीटें देने का एलान किया।
लालू ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राजद, जद (एकी) और कांग्रेस के बीच आपसी सहमति से सीटों के बंटवारे के बाद बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से राकांपा के लिए छोड़ी गईं बची हुई तीन सीटों के अलावा वे अपने हिस्से की दो और सीटें सपा के लिए छोड़ रहे हैं।

गत 12 अगस्त को राजद प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेस के बिहार प्रभारी सीपी जोशी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित अपने सरकारी आवास सात सर्कुलर रोड पर एक संवाददाता सम्मेलन में इन तीनों दलों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर आपसी सहमति बनने की घोषणा करते हुए कहा था कि बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जद (एकी) और राजद सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

उन्होंने बाकी बची तीन सीटों के बारे में कहा था- हमें उम्मीद है कि राकांपा हम लोगों के साथ आएगी। बिहार विधान परिषद
की 24 सीटों के लिए हाल में हुए चुनाव जद (एकी), राजद, कांग्रेस और राकांपा ने मिलकर लड़ा था। राकांपा ने महागठबंधन में अपने लिए तीन सीटें छोड़े जाने पर नाराजगी जताते हुए इसे अपने साथ धोखा बताया और तीसरे मोर्चे के गठन के लिए वामदलों और अन्य से वार्ता शुरू कर दी है।

जोशी की मौजूदगी में गत 12 अगस्त को नीतीश और लालू से जनता परिवार का नेतृत्व कर रहे मुलायम सिंह यादव के दल सपा को एक भी सीट नहीं दिए जाने के बारे में पूछने पर लालू ने कहा कि वे हमारे समधी हैं। जरूरत पड़ने पर हम उन्हें समायोजित करेंगे। सपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव ने पत्रकारों से कहा था कि राजद प्रमुख की घोषणा के बारे में उन्हें मीडिया के जरिए जानकारी मिली।

रामचंद्र ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद किरणमय नंदा जो कि अपनी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद शनिवार को अपराह्न तीन बजे यहां संवाददाताओं को संबोधित करने वाले थे, लालू जी की इस घोषणा के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के बुलावे पर दोपहर उनसे मिलने रवाना हो गए। यह पूछने पर कि लालू के उनकी पार्टी के लिए पांच सीटें छोड़ने से क्या वे संतुष्ट हैं, उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि इस बारे में फैसला उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे।

उन्होंने बताया कि इस रैली में मुलायम सिंह यादव हिस्सा नहीं लेंगे। इसमें शामिल होने के लिए वे अपनी जगह अपने भाई शिवपाल सिंह यादव और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा को भेज रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को होने वाली रैली में शिवापाल सिंह यादव और किरणमय नंदा भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इस आशय का निर्णय मुलायम और लालू के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद किया गया।