जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव तीन चरणों में होंगे। पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर को होगी। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को होगी। तीसरे चरण की वोटिंग 1 अक्तूबर को होगी। नतीजे 4 अक्तूबर को आएंगे। धारा 370 हटाए जाने के बाद पहली बार होने जा रहा है विधानसभा चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव माना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर की तमाम राजनीतिक पार्टियां इस चुनाव के लिए सक्रिय हो गई हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ‘मुझे हमेशा से उम्मीद थी कि चुनाव होंगे, राज्य में सरकार बने सालों हो गए हैं, लोगों के प्रतिनिधि होने चाहिए जो लोगों की समस्याओं का समाधान करें। इसीलिए सुप्रीम कोर्ट ने भी इन्हें कहा था कि सितंबर के आखिर तक चुनाव करवाना ही होगा।’
किसके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे फारूक अब्दुल्ला?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह कहा जाना आसान नहीं है कि नेशनल कांफ्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी के साथ, अभी तक तो अकेले ही हैं आगे दूसरी पार्टियां क्या तय करती हैं, उसके हिसाब से देखा जाएगा। यह फैसला पार्टी करेगी।
फारूक अब्दुल्ला लड़ेंगे चुनाव?
यह पूछे जाने पर कि फारूक अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे या नहीं? उन्होंने कहा,”इंशाअल्लाह मैं चुनाव लड़ूंगा”, जब उनसे पूछा गया कि उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ेंगे या नहीं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो तो कहते ही हैं कि जब तक यह केंद्र शासित प्रदेश है वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। जब जम्मू कश्मीर एक राज्य बन जाएगा तो वह भी चुनाव लड़ेंगे। सरकार राज्य का दर्जा देगी यह उनका वादा है, लेकिन कब देंगे यह अल्लाह जानता है।
बीजेपी पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?
बीजेपी के जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के दावे पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “मैं कब रोक रहा हूं? अगर अल्लाह ने ऐसा मंजूर किया होगा तो ऐसा भी हो जाएगा। हम मेहनत करेंगे, वो नफरत की बात करते हैं, हम मोहब्बत की बात करते हैं। वो हिन्दू-हिन्दू की बात करते हैं, इस रियासत में हिन्दू भी हैं, सिख भी हैं, मुसलमान भी हैं, हम सबकी बात करते हैं।”