जम्मू कश्मीर का साल 2019 में विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद वहां के हालात के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों (24 मुल्कों के राजनयिक) का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचा।

अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल के बृहस्पतिवार को जम्मू का दौरा करने की योजना है। बता दें कि अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटने के बाद 24 मुल्कों के राजनयिकों का यह चौथा जम्मू-कश्मीर दौरा है।

उधर, राजौरी जिले में बुधवार को जम्मू-पुंछ राजमार्ग पर सड़क के किनारे एक संदिग्ध वस्तु मिली, जिसके आईईडी होने का संदेह है। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सेना का बम निष्क्रिय दस्ता मंजाकोट में मौके पर पहुंचा और उसने संदिग्ध वस्तु का निरीक्षण किया। मंजाकोट थाना के प्रभारी पंकज शर्मा ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे सड़क के किनारे बम जैसी वस्तु मिली।

उन्होंने कहा, ‘‘तुरंत समूचे इलाके की घेराबंदी कर दी गयी और सेना के बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते ने वस्तु का निरीक्षण किया।’’ एहतियात के तौर पर राजमार्ग के दोनों तरफ यातायात को रोक दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि बालू की बोरियों और बख्तरबंद गाड़ियों से जगह को सुरक्षित करने के बाद यातायात को बहाल कर दिया गया।

यह मसला इसलिए और गंभीर हो जाता है, क्योंकि विदेशी राजनयिक कश्मीर में हैं। उनकी मौजूदगी में अगर केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से कुछ भी गड़बड़ होता है, तब इससे देश की छवि खराब हो सकती है।

1 दिन पहले CRPF वाहन पर आतंकियों ने किया था IED ब्लास्टः जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों के वाहन को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों ने आईईडी विस्फोट किया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने दक्षिणी कश्मीर में अनंतनाग जिले के बिजबहेड़ा के पजालपोरा इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक बंकर वाहन को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि कुछ असैन्य वाहनों को विस्फोट की वजह से क्षति पहुंची लेकिन इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। विस्फोट के बाद सुरक्षाबलों ने हवा में कुछ गोलियां भी चलाईं। इलाके की घेराबंदी की गई है और हमलावरों की तलाश जारी है।

‘देश में ‘‘जंगलराज’’, JK में चाहते हैं अगस्त 2019 की स्थिति’: वहीं, PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पार्टी के सम्मेलन के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हम राज्य दर्जे की (वापसी) मांग नहीं कर रहे हैं। हम जम्मू कश्मीर के 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति की मांग कर रहे हैं और हम यह भी चाहते हैं कि कश्मीर मुद्दे का समाधान पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत से हो जिसके लिए हजारों युवाओं ने बलिदान दिए हैं, लाखों घर नष्ट हुए हैं और लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।’’ उन्होंने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए बातचीत फिर से शुरू करने का भी आह्वान किया और आरोप लगाया कि देश में ‘‘जंगलराज’’ है। (भाषा इनपुट्स के साथ)