जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान होने में अब केवल दो हफ्ते ही रह गये हैं। राजनीतिक दलों की ओर से उम्मीदवारों के नामांकन करने के साथ ही प्रचार अभियान भी जोर पकड़ने लगा है। राज्य में प्रमुखता से मैदान में उतरीं बीजेपी और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के कार्यक्रम भी तय होने लगे हैं। सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम और सभाएं पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के हैं। दोनों नेताओं के अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में रैलियां और सभाएं इसी हफ्ते शुरू हो रही हैं। फिलहाल ताजी जानकारी में बताया गया है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बुधवार को रामबन और अनंतनाग जिलों में दो रैलियों को संबोधित करेंगे।
राहुल गांधी दिल्ली से सीधे जम्मू पहुंचने के बाद बनिहाल में करेंगे रैली
इसी के साथ वे अपनी पार्टी के प्रचार अभियान का शुरुआत भी करेंगे। राज्य में पार्टी प्रमुख तारिक हामिद कर्रा के मुताबिक राहुल गांधी नई दिल्ली से जम्मू पहुंचने पर सबसे पहले पार्टी के पूर्व प्रमुख रसूल वानी के लिए बनिहाल क्षेत्र में प्रचार करेंगे। वहां से वह अनंतनाग जिले के डुरू इलाके में जाएंगे। डूरू में वह पार्टी के महासचिव और पूर्व मंत्री गुलाम अहमद मीर के समर्थन में एक रैली में बोलेंगे। राहुल गांधी शाम को श्रीनगर से दिल्ली लौट जाएंगे।
पीएम मोदी के कार्यक्रम से बीजेपी के अभियान में आएगी तेजी
दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी का राज्य में तीन रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। इनमें से दो जम्मू और एक कश्मीर में होगी। उनके कार्यक्रम में जम्मू के डोडा में एक रैली होना तय है। यहां हाल ही में कई आतंकवादी हमले हुए हैं। पीएम के कार्यक्रम से बीजेपी के अभियान को बल मिलेगा। इस दौरान धारा 370 खत्म होने के बाद राज्य में हुए “विकास” को लेकर वे प्रमुखता से बोल सकते हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा सीटों में एससी/एसटी समुदायों के लिए कोटा भी एक बड़ा मुद्दा है।
18 सितंबर को पहले चरण के मतदान के साथ जम्मू-कश्मीर में 10 वर्षों में पहला विधानसभा चुनाव शुरू हो रहा है। चुनावों में शामिल बीजेपी के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पार्टी जम्मू में कम से कम 35 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है। परिसीमन के बाद जम्मू में 43 विधानसभा क्षेत्र हैं। कश्मीर में भी इतनी सीटें जीतने की उम्मीद है। पार्टी केंद्र शासित प्रदेश में “सरकार गठन में प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने की कोशिश करेगी।” नई विधानसभा में 90 सदस्य हैं।
पार्टी के एक नेता ने कहा, “ना तो एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) और ना ही पीडीपी (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम होगी। बीजेपी एक प्रमुख खिलाड़ी बनेगी, वास्तव में यह बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार होगी। हमारे पास पर्याप्त संख्या होगी।”