निर्भय कुमार पांडेय

भाजपा मुख्यालय में सुबह से ही लोगों को जुटना शुरू हो गया था। पार्टी की ओर से कहा गया था कि जो प्रशंसक, पार्टी के पदाधिकारी, नेता, कार्यकर्ता और आम जनता अपने नेता का अंतिम दर्शन करना चाहते हैं। सुबह 11 बजे के बाद मुख्यालय में पहुंच सकते हैं। इस दौरान उनके साथ वित्त मंत्रालय में कार्य कर चुके अधिकारी मनोज अबूसरिया भी पहुंचे थे। वह व्हीलचेयर पर थे। उन्होंने बताया कि वह अपने कार्यकाल के दौरान अधिकारियों के लिए सहज उपलब्ध होते थे। हर संभव मदद करने के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि अंतिम दर्शन करने के लिए मुख्यालय में उनके पार्थिव शरीर रखा गया है तो वह अपने आप को नहीं रोक सके और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।

लक्ष्मी नगर से आए आकाशवाणी के पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी हर गोविंद गुप्ता ने उनके ऊपर लिखी एक कविता को गाकर जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बताया कि उन्हें छात्र संघ चुनाव में अरुण जेटली के पक्ष में प्रचार किया था। उनके साथ बिताए गए पल को याद करते हुए भावुक हो गए। शाहदरा से आए राम अवतार सिंह ने बताया कि कभी उन्होंने किसी भी कार्यकर्ता को बड़ा-छोटा नहीं माना। हरियाणा से आए मनीष गुप्ता ने कहा कि चाहे वकालत की बात करें या फिर पार्टी की। वह हमेशा कठिन परिस्थितियों में साथ देते थे। यही कारण है कि आज जो भी शख्स उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए आया है। सभी की आंखे नम हैं।

दोपहर करीब एक बजे का ही वक्त अंतिम दर्शन के लिए निर्धारित किया गया था। पर दूर दराज से आए लोगों को निराशा हाथ लगी। रमेश कुमार ने बताया कि वह आते समय जाम में फंस गए थे। इस कारण वह श्रद्धांजलि सभा में शामिल नहीं हो सके।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जेटली की अंतिम यात्रा में कई दिग्गज शामिल हुए थे। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस की ओर से पूरे रूट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। दिल्ली पुलिस, अर्द्धसैनिक बल, एनएसजी कमांडो के अलावा स्वात टीम को भी सुरक्षा में लगाया गया था। भाजपा मुख्यालय से आइटीओ, आंबेडकर स्टेडियम, दिल्ली गेट होते हुए अंतिम यात्रा निगम बोध घाट दोपहर करीब दो बजे पहुंची थी।