IRCTC: रेल सफर के दौरान आने वाले दिनों में देसी और क्षेत्रीय खान-पान से जुड़े व्यंजन मिलेंगे। इनमें लिट्टी चोखा, दही चूड़ा और दाल भात समेत कई चीजें शामिल होंगी। भारतीय रेलवे की केटरिंग इकाई आईआरटीसी इसके लिए इन दिनों खास योजना पर काम कर रही है। आईआरसीटीसी, बिहार में हाजीपुर स्थित होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के कुछ विशेषज्ञों के साथ मिलकर पूर्व मध्य रेलवे की ट्रेनों के लिए मीन्यू तैयार कर रहा है। केटरिंग इकाई इस दौरान इस विचार-विमर्श में जुटी है कि आखिर कौन सी ट्रेन में किस प्रकार का नाश्ता और खाना मुहैया कराया जाए।

सूत्रों के हवाले से कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि यह सुविधा लंबे रूट वाली ट्रेनों में उपलब्ध रहेगी। गाड़ी जिस स्टेशन से शुरू होगी, वहां का (प्रारंभिक स्टेशन) स्थानीय खाना मीन्यू में शामिल किया जाएगा। आईआरटीसीटी इस योजना पर तेजी से काम कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द से जल्द यह सुविधा शुरू की जाएगी।

आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार के हवाले से कहा गया, “देसी और क्षेत्रीय खान-पान को बढ़ावा देने के मकसद से ऐसा किया जा रहा है। होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों के साथ मिलकर मीन्यू पर फिलहाल विचार-विमर्श हो रहा है। मिथिलांचल और कोसी इलाके की रेलगाड़ियों में लिट्टी चोखा, दही चूड़ा और दाल भात सरीखी खाने-पीने की चीजें मुहैया कराई जाएंगी।” सूत्रों के अनुसार, सहरसा-दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस सहित ईसीआर की बाकी ट्रेनों में भी स्थानीय खाने-पीने की चीजें मिलेंगी।

ट्रेन सफर में इसके अलावा राजस्थानी खाना भी मिलता है। पारंपरिक राजस्थानी थाली से लेकर अन्य आइटम्स आईआरसीटीसी की खाना ऑर्डर करने वाली मोबाइल ऐप फूड ऑन ट्रैक के जरिए यह काम किया जा सकता है। यात्री इसके अलावा आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट- http://www.ecatering.irctc.co.in पर जाकर भी मनपसंद खाने-पीने की चीजें मंगवा सकते हैं। वहीं, फोन कॉल के जरिए भी खाना मंगाने का विकल्प मौजूद है, जिसके तहत यात्रियों को 1323 पर कॉल करनी पड़ती है।