INX Media Scam Case में आरोपी कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार (पांच सितंबर, 2019) शाम उन्हें दिल्ली स्थित राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 14 दिनों की हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया। खास बात है कि पूर्व मंत्री को जेल संख्या-7 के उसी सेल में रखा गया है, जहां साल 2018 में उनके बेटे कार्ति चिदंबरम (इसी केस में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर) ने कैद काटी थी। चिदंबरम 19 सितंबर तक सलाखों के पीछे रहेंगे। जानकारी के मुताबिक, तिहाड़ की जेल संख्या-7 में आर्थिक अपराधियों को रखा जाता है।
स्पेशल जज अजय कुमार कुहाड़ ने कहा, “आरोपी के खिलाफ गंभीर आरोप पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा गया था। जांच अब भी जारी है। सीबीआई ने आशंका जताई थी कि चिदंबरम का रुतबा और ओहदा बहुत बड़ा है। ऐसे में आरोपी जांच में दिक्कत पैदा कर सकता है। यह ऐसा मामला नहीं है, जहां आरोपी को उसके रिमांड के विस्तार पर विचार करने के चरण में ‘रिहा’ किया जा सके जैसा कि अभियुक्त के अधिवक्ता ने प्रस्तुत किया है।”
जेल में वेस्टर्न टॉयलेट, TV व अलग सेल पाएंगे पूर्व FM: जज आगे बोले, “मामले के सभी तथ्यों और परिस्थितियों, अपराध की प्रकृति, जांच स्थिति पर विचार करने के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।” कोर्ट ने इसके अलावा कांग्रेसी नेता को अपने साथ ऐनक, दवाइयां, टेलीविजन और किताबें आदि ले जाने की अनुमति दी।
चिदंबरम को इसके साथ ही वेस्टर्न टॉयलेट की सुविधा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया। कोर्ट यह भी बोला- पूर्व वित्त मंत्री को तिहाड़ जेल के अलग प्रकोष्ठ में रखा जाए, क्योंकि उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। वहीं, वकील कपिल सिब्बल ने बताया कि चिदंबरम इंडियन टॉयलेट में नहीं बैठ पाते हैं, इसलिए वेस्टर्न टॉयलेट की मांग की गई।
#WATCH Delhi: P Chidambaram waves as he is being taken in a Police bus to Tihar Jail. The Court has remanded him to judicial custody till September 19 in CBI case in INX media matter pic.twitter.com/Z9bki5zYIv
— ANI (@ANI) September 5, 2019
चिदंबरम ने की थी सरेंडर करने की मांगः सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि जेल में चिदंबरम के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होगी। कोर्ट ने चिदंबरम की याचिका पर ईडी को भी नोटिस जारी किया। इस याचिका में एजेंसी की ओर से दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता ने सरेंडर करने की मांग की थी। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के 20 अगस्त के फैसले को चुनौती देने वाली चिदंबरम की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्हें अग्रिम जमानत देने से इन्कार कर दिया गया था।
विपक्षी नेताओं को चुनिंदा ढंग से बनाया जा रहा निशाना- कांग्रेसः चिदंबरम को जेल भेजे जाने के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को चुनिंदा ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी माना कि चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होना एक झटका है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब पूर्व वित्त मंत्री को जमानत मिलने की पूरी संभावना है। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)