कोरोना वायरस संक्रमण के केस शुक्रवार को तीन लाख के पार चले गए, जबकि देश कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में चौथे नंबर पर पहुंच गया। कुल मामलों में सिर्फ एक लाख के आसपास केस महाराष्ट्र से हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के 3439 मामलों के साथ ही प्रदेश में संक्रमितों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर गयी।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि राज्य में संक्रमितों की संख्या 1,01,141 हो गई है। विभाग ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में शुक्रवार को 27 और लोगों की मौत हो गयी जिससे मरने वालों की संख्या राज्य में बढ़ कर 3717 हो गयी है। शुक्रवार को 1718 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गई। राज्य में इसके साथ ही संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 47 हजार 796 हो गयी है ।
इसी बीच, बीएमसी ने बताया कि मुंबई में कोविड-19 के 1,372 नए मामले सामने आने के बाद आंकड़ा 55,357 पहुंचा, 90 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 2,042 हुई। वहीं, दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण पर फिर से एक रिकॉर्ड टूट गया। केजरीवाल सरकार ने बताया (शुक्रवार रात करीब 10 बजे तक) कि दिल्ली में एक दिन में रिकॉर्ड 2137 कोरोना के मामले सामने आए, जबकि एक दिन के भीतर 71 मौतें हो गईं।
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हालांकि, इस दौरान 667 लोग ठीक भी हुए। अब राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के कुल केस बढ़कर 36,824 हो गए हैं, जिनमें 1214 मौतें शामिल हैं। वहीं, अब तक 13,398 मरीज ठीक, माइग्रेट और डिस्चार्ज हुए हैं।
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने का कहना है कि भारत में कुछ हफ्ते पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के दोगुना होने में जहां 15.4 दिन लगते थे, वह अवधि अब बढ़ कर 17.4 दिन हो गई है। वैसे, पहली बार देश में किसी एक दिन में संक्रमण के 10,000 से अधिक नये मामले सामने आये हैं।
इससे पहले, गुरुवार तक कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या करीब 2.9 लाख हो गई थी। बहरहाल, सरकार ने कहा कि वायरस संक्रमण सामुदायिक संचरण स्तर पर नहीं पहुंचा है क्योंकि लॉकडाउन और निषिद्ध क्षेत्र जैसे उपायों से इसके तेजी से फैलने पर लगाम लगा।
मरने वालों की संख्या भी एक दिन में रिकॉर्ड 350 होने से कुल मृतकों की संख्या करीब 8500 हो गई है। इनमें से एक-तिहाई लोगों की मौत सिर्फ पिछले 11 दिनों में हुई है। 25 मार्च को लॉकडाउन लगने के बाद एक जून से चरणबद्ध तरीके से इसे खत्म करने की शुरुआत हुई थी।
चार चरणों में लगे लॉकडाउन में पाबंदियों में कुछ ढील भी दी गई, जबकि कुछ पाबंदियां अब भी जारी हैं जिनमें मेट्रो रेल का संचालन, नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन और शिक्षण संस्थान बंद रखना शामिल है। इन्हें चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।