लोकसभा चुनाव से पहले रविवार को मुंबई में विपक्षी दलों की एकजुटता का मंच सजा। जहां कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन हुआ और तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने भाषण दिए। ऐसा काफी वक्त बाद हो रहा था कि एक बार फिर ‘इंडिया गठबंधन’ के नेता एक मंच पर थे।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन का दिन कभी महात्मा गांधी के मुख्यालय रहे मणि भवन से शुरू हुआ और चैत्य भूमि-डॉ. बीआर अंबेडकर की समाधि स्थली पर खत्म हुआ। लेकिन इस दौरान राहुल गांधी चैत्य भूमि के सामने विनायक दामोदर स्मारक पर नहीं गए। यही मौका था जब बीजेपी ने गठबंधन की सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) पर जमकर हमला बोला।
‘इंडिया गठबंधन’ को एकजुट दिखाने का प्रयास
नीतीश कुमार जैसे नेताओं के विपक्षी गठबंधन को छोड़कर जाने के बाद यह सवाल उठने लगे थे कि ‘इंडिया गठबंधन’ टूट गया है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान भी सवाल उठ रहे थे कि कांग्रेस ने विपक्षी नेताओं को यात्रा से दूर रखा है। अब मुंबई में हुई रैली में फिलहाल मौजूद सभी इंडिया गठबंधन के साथी मौजूद दिखाई दिए। यह रैली शिवाजी पार्क में हो रही थी। जो कि एक ऐसा मैदान है जो शिवसेना के लिए बहुत महत्व रखता है। शिवसेना सेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी मंच पर मौजूद थे।
मंच पर— ‘इंडिया गठबंधन’ में मुख्य सहयोगी एनसीपी के शरद पवार के साथ-साथ डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आम आदमी पार्टी और राजद भी मौजूद थी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्र भेजकर अपना समर्थन जताया।
सभी पार्टियों नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा पर तानाशाही, सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम के तहत चुनाव में जाने का फैसला लिया।
बीजेपी ने भी किया पलटवार
इंडिया गठबंधन की इस रैली पर बीजेपी ने भी पूरी नज़रें जमाई हुई थीं। महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दिवंगत बाल ठाकरे का एक पुराना वीडियो क्लिप पोस्ट किया, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है कि शिव सेना को कांग्रेस के साथ जाना होगा, तो मैं अपना संगठन बंद कर दूंगा।” उनका इशारा उद्धव ठाकरे की ओर था।