राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज मुंबई में खत्म हो गई है। इसके चलते आज इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने एक महारैली कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई इस महारैली के दौरान चुनाव के कई मुद्दे तो उठाए लेकिन विपक्षी दलों ने एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा उठाया है और ईवीएम को चोर तक बता दिया है। खास बात यह है कि एक दिन पहले ही चुनाव आयोग ने ईवीएम को सुरक्षित बताते हुए कहा था कि इस पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए।

दरअसल, इंडिया गठबंधन की रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि EVM को चोर करार दिया और कहा कि गठबंधन की सरकार बनने पर मशीन को हटा दिया जाएगा और चुनाव आयोग को आजाद कर दिया जाएगा।

रैली में लोगों से अपील करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वोट को आपको बचाना है। ये मशीन (EVM) जो है, ये चोर है। मेहरबानी करके उस मशीन को देखिएगा। जब आप अपना बटन दबाएं, जो कागज वहां से दिखेगा, वो देखिएगा कि आपका वोट उसमें है या दूसरा वोट गया है।

कागज लाओ मशाीन हटाओ

नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने कहा कि हमने बहुत शोर किया और कहा कि वापस कागज का लाओ, इस मशीन को हटाओ। मुझे उम्मीद है कि जब इंडिया गठबंधन की बहुमत आएगी, उसमें ये मशीन खत्म हो जाएगी और दूसरी बात होगी कि इलेक्शन कमीशन आजाद हो जाएगा. वो मुक्त हो जाएगा। उसमें वो लोग होंगे जो भारत से प्यार करते होंगे और इस मिट्टी को प्यार करते होंगे।

संविधान बचाना है मकसद

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बहुत चुनौतियां हैं और उन चुनौतियों का हम सबको मुकाबला करना है। जितने भी लीडर यहां बैठे हुए हैं, हमें इकट्ठे इस कश्ती को चलाना है और इस कश्ती को डुबाने के लिए बहुत लोग खड़े हैं, उनका खयाल रखिएगा। अगर इंडिया मजबूत रहा और हम लोग सिर्फ ये सोचकर निकलें कि हमें भारत को बचाना है, यहां आईन (संविधान) को बचाना है, यहां के इंसान को बचाना है, तब सब कुछ ठीक होगा।

चुनाव आयोग ने कल ही दी थी सफाई

बता दें कि चुनावों की घोषणा के दौरान ही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 40 बार इस देश की संवैधानिक अदालतों ने ईवीएम से जुड़ी चुनौतियों को देखा है। यह पूरी तरह सेफ और टेस्टेड चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा है। इस दौरान उन्होंने शेर भी पढ़ा-

“अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं,
वफा खुद से नहीं होती खता ईवीएम की कहते हो।
बाद में गोया परिणाम आता है तो उस पर कायम नहीं रहते।”

बता दें कि मुंबई में इंडिया गठबंधन की इस रैली में तमाम घटक दलों के नेता शामिल हुए. रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर समेत अन्य नेता मौजूद थे।