Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश से एक इंटरव्यू के दौरान गडकरी ने कहा कि कांग्रेस के दिवंगत नेता श्रीकांत जिचकर ने उन्हें एक बार कांग्रेस में शामिल होने की सलाह दी थी, जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी का सदस्य बनने के बजाए कुएं में कूद जाएंगे।

गडकरी ने कहा, ‘मैंने विनम्रतापूर्वक उन्हें उत्तर दिया कि मेरी पार्टी, मेरा दृढ़ विश्वास और इसका भविष्य अच्छा या बुरा हो सकता है, लेकिन मैं हमेशा अपने दृढ़ विश्वास पर कायम रहूंगा। किसी भी समय मेरी पार्टी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। पार्टी हार सकती है और जीत भी सकती है। स्थिति बदल सकती है, लेकिन मैं कांग्रेस में शामिल होने के बजाय कुएं में कूदना पसंद करूंगा।’

सभी दलों के नेताओं ने की थी प्रशंसा

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरे सभी दलों के साथ अच्छे संबंध हैं। एक बार मुझे स्पीकर ओम बिड़ला का फोन आया कि संसद में हर कोई मेरी प्रशंसा कर रहा है और मेरे काम की सराहना कर रहा है, जबकि मैं वहां मौजूद भी नहीं था। मैं तब नागपुर में था। मुझे दिल्ली बुलाया गया था।” जब मैं दिल्ली पहुंचा तो वहां सभी दलों के 75 नेता मौजूद थे। सभी ने मुझे धन्यवाद दिया और बधाई दी। तब संसद अध्यक्ष ने कहा कि संसद के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी मंत्री को सभी दलों के नेता ने समान रूप से प्रशंसा की हो। इस पर मैंने जवाब दिया कि मेरी विचारधारा स्पष्ट है, मैं आरएसएस का स्वयं सेवक और भाजपा का कार्यकर्ता हूं। इसके बाद सभी ने एक स्वर से मेरी प्रशंसा की, जिससे मुझे खुशी हुई।”’

विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए

गडकरी ने जोर देकर कहा कि उन्होंने हमेशा राजनीति से परे काम किया है और भाजपा ने उन्हें सभी के साथ न्याय करना सिखाया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हर किसी का काम तब हो जब यह महत्वपूर्ण हो। मैंने राजनीति से परे हमेशा ऐसा किया है। भाजपा ने हमें यही सिखाया है। सभी के साथ न्याय करना और यही हमें मजबूत बनाता है। विकास के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए, नहीं गड़बड़ हो जाएगा। गडकरी ने कहा कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं, लेकिन लेकिन सरकार देश के हर एक व्यक्ति की है। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि राजनीति से परे सभी राज्यों में सड़क निर्माण का काम किया गया है। गडकरी ने कहा कि दक्षिण या अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री जहां भाजपा की राज्य सरकार नहीं है, वे भी विकास परियोजनाओं पर चर्चा करने के लिए उनसे मिलने आते हैं और उन्होंने उनमें से अधिकांश को शुरू किया है।

‘हाल ही में बंगाल की सीएम मुझसे मिलने आईं’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीति से परे सभी राज्यों में काम किए जा रहे हैं। हाल ही में बंगाल से ममता बनर्जी मुझसे मिलने आईं। हमने कुछ परियोजनाओं पर चर्चा की। दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारी भी मुझसे मिलने आते हैं और मैं उन सभी के साथ बैठकें करता हूं। वहां शुरू की जाने वाली परियोजनाओं पर चर्चा करता हूं। इससे हमें बुरा नहीं लगता। इससे हमारी सरकार मजबूत दिखती है।

‘मैं भारत सरकार का मंत्री हूं, किसी राज्य का नहीं’

गडकरी ने कहा, “सभी राज्यों से होकर सड़कें गुजरती हैं। एक राज्य में कांग्रेस का शासन हो सकता है और दूसरे पर भाजपा का शासन हो सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे सड़क विकास कार्यों को बंद कर देना चाहिए। सड़कें भारत के लोगों के लिए हैं। और मैं सिर्फ एक राज्य का मंत्री नहीं हूं मैं भारत सरकार के मंत्री हूं। देश के लोगों की सेवा में रहना मेरा प्राथमिक कर्तव्य और जिम्मेदारी है। मैं उन लोगों के लिए काम करूंगा जिन्होंने हमें वोट देकर सत्ता में पहुंचाया। मैं उन लोगों के लिए भी काम करूंगा जिन्होंने हमें सत्ता नहीं दी। हम उनके लिए भी काम करेंगे, जिन्होंने मेरी आलोचना की है। सबका काम होना चाहिए। यही भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति है और हम उसी के आधार पर काम करते हैं।”

‘मैंने राजनीति को अपने काम में नहीं आने दिया’

बीजेपी के दिग्गज नेता ने कहा कि अपने 9 साल के कार्यकाल में राजनीति के बारे में सोचे बिना वही किया जो लोगों के लिए अच्छा था। गडकरी ने कहा कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि अपने 9 साल के कार्यकाल में मैंने राजनीतिक विचारों को अपने काम में नहीं आने दिया। हमारे देश की सड़कें हमारी संपत्ति हैं और इन सड़कों पर यात्रा करने वाले लोग हमारा परिवार हैं। वे अच्छी सड़कों और उचित विकास के हकदार हैं। यह हमारा कर्तव्य है और यही हमारा राजनीति का उद्देश्य है।

‘वीर सावरकर सच्चे देशभक्त और क्रांतिकारी थे’

वीर सावरकर में गडकरी ने कहा कि सावरकर एक सच्चे देशभक्त और क्रांतिकारी थे। हम देश के लिए उनके बलिदान और काम को नहीं भूल सकते। सावरकर ने जो कुछ भी किया उसको भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने देश में आपातकाल लगाया हो, जिसने क्रांतिकारियों को जेल में रखा हो। वो सावरकार को लेकर किसी तरह टिप्पणी करने की हकदार नहीं है।

गडकरी को हाइवेमैन भी कहा जाता है

गडकरी ने यह भी दावा किया कि भाजपा राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के साथ-साथ 2024 के आम चुनावों में भी जीत हासिल करेगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में पिछले नौ वर्षों में देश के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में लाए गए परिवर्तनकारी बदलाव के कारण गडकरी को भारत का हाईवेमैन भी कहा जाता है।

बता दें, गडकरी नागपुर शहर से आते हैं, जहां उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। देश में नई तकनीकें लाने और आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में गुणवत्तापूर्ण काम सुनिश्चित करने के लिए निजी कंपनियों की मदद करने के लिए भी गडकरी को पहले एक्सप्रेसवे (मुंबई-पुणे) के पीछे का श्रेय दिया जाता है।

केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, गडकरी ने संगठन के साथ-साथ शासन में भी कई भूमिकाएं निभाईं। 2009 से 2013 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 1995-1999 तक महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में भी कार्य किया।