रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा मुल्क में फिर गरमा गया है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि अगर इलेक्टोरल लिस्ट में 30 हजार रोहिंग्या हैं, तो गृह मंत्री क्या सो रहे हैं? उन्होंने दो-टूक चैलेंज देते हुए पूछा कि BJP कल शाम तक ऐसे हजार नाम दिखा दे।
ओवैसी ने ये बातें सोमवार (23 नवंबर, 2020) को हैदराबाद में एक जन सभा के दौरान कहीं। बकौल एआईएमआईएम प्रमुख, “अगर इलेक्टोरल लिस्ट में 30 हजार रोहिंग्या मुसलमान हैं, तब अमित शाह क्या कर रहे हैं? क्या वह सो रहे हैं? क्या यह उनका काम नहीं है कि देखें आखिर कैसे लिस्ट में 30 से 40 रोहिंग्याओं का नाम आ गया? अगर भाजपा ईमानदार है, तब वह मुझे कल शाम तक ऐसे 1000 नाम भी दिखा दे।”
दरअसल, ओवैसी इस दौरान तेलंगाना में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया, “उनका (भाजपा) इरादा नफरत फैलाना है। यह लड़ाई हैदराबाद और भाग्यनगर के बीच है। अब यह आपकी जिम्मेदारी है कि तय करें कि कौन जीतेगा।”
कहां से जागा रोंहिग्या का ‘जिन्न’?: मसला भाजपा युवा इकाई प्रमुख और सांसद तेजस्वी सूर्या के एक बयान पर शुरू हुआ। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था, “यह हास्यास्पद है कि अकबरुद्दीन और असदुद्दीन ओवैसी विकास की बात तो करते हैं। पर उन्होंने पुराने हैदराबाद में विकास को आने नहीं दिया। उन्होंने जिसे एंट्री दी, वह थे रोहिंग्या मुसलमान। ओवैसी को दिया हर एक वोट भारत के खिलाफ दिया गया वोट है।”
सूर्या के मुताबिक, ओवैसी, पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के अवतार हैं। उन्हें वोट देने का मतलब भारत के खिलाफ वोट देना है। यह सिर्फ एक निगम चुनाव नहीं है, बल्कि आप अगर यहां उन्हें (ओवैसी) को वोट देते हैं तो वो महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, यूपी जैसे राज्यों में मजबूत होते हैं। ओवैसी बंधुओं को लेकर आगे कहा- ये वैसी ही बातें करते हैं जैसे जिन्ना करते थे। ये विभाजनकारी राजनीति करते है। लोगों को इनसे दूर रहना चाहिए।
बंगाल में AIMIM के नेता-पदाधिकारी TMC में शामिलः ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल- मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता अनवर पाशा सोमवार को यह दावा करते हुए अपने साथियों के साथ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये कि उनकी मूल पार्टी वोटो का ध्रुवीकरण कर बस भाजपा को मदद पहुंचाने का काम कर रही है। पाशा ने आरोप लगाया कि लोगों का एक वर्ग धर्म का इस्तेमाल करके देश को विध्वंस की ओर ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पश्चिम बगाल पर नजर गड़ाये हुए लोगों , चाहे उन्होंने भगवा पहन रखा हो या हरा, को जान लेना चाहिए कि ऐसे बांटने वालों की इस राज्य में कोई जगह नहीं है।
ओवैसी के विधायक ने ली उर्दू में शपथ, ‘हिंदुस्तान’ के बजाय ‘भारत’ पर दिया जोरः बिहार विधानसभा में सोमवार को एआईएमआईएम के एक नवनिर्वाचित सदस्य ने उर्दू में शपथ लेते हुए ‘हिंदुस्तान’ शब्द के स्थान पर ‘भारत’ शब्द का उपयोग किया और इसी नाम के उपयोग की वकालत भी की। उर्दू में शपथ ग्रहण के दौरान ‘हिंन्दुस्तान’ के स्थान पर ‘भारत’ शब्द के उपयोग को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया।