जम्मू और कश्मीर में हिंदुओं की टारगेट किलिंग के मामले बढ़ गए हैं। बैंक मैनेजर (राजस्थान के रहने वाले) के मर्डर के बाद गुरुवार (दो जून, 2022) रात बडगाम जिले में आतंकियों ने दो मजदूरों को गोली मार दी। इस हमले में एक मजदूर की मौत हो गई।
अफसरों के अनुसार, आतंकियों ने मध्य कश्मीर जिले के चडूरा इलाके में ईंट-भट्टे पर काम कर रहे दो गैर-स्थानीय मजदूरों पर गोलियां चलाई थीं। घटना करीब रात नौ बजकर 10 मिनट पर हुई। हमले में दिलकुश कुमार और गुरी जख्मी हुए, जिसमें गुरी को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वहीं, 17 साल के दिलकुश ने एसएमएचएस अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने आगे बताया कि दिलकुश कुमार बिहार का रहने वाला था। पुलिस इलाके की घेराबंदी कर घटना में शामिल आतंकियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
टारगेट किलिंग के मामलों में अचानक आई तेजी के बीच कश्मीरी पंडितों के कैंप्स में घबराहट का माहौल पनप गया है। डर और अकेलेपन के बीच वे सिर्फ यही कह रहे हैं कि अब घाटी को छोड़ने का वक्त आ गया है। दरअसल, उनकी यह चिंता इसलिए भी बड़ा मुद्दा बन गई है, क्योंकि घाटी में इस साल अब तक 16 टारगेट किलिंग्स (खबर लिखे जाने तक) के मामले सामने आ चुके हैं।
“1990 से भी भयावह हैं हालात”: पीएम पैकेज के तहत काम करने वाले कश्मीरी पंडितों के बीच डर और भय का माहौल पनप गया है। वे कश्मीर घाटी में हिंदुओं की टारगेट किलिंग के मामलों में तेजी आने के बाद जम्मू पहुंच गए हैं। अजय नाम के व्यक्ति ने गुरुवार को समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “आज का कश्मीर 1990 के दौर से भी खतरनाक है। सबड़े जरूरी सवाल यह है कि हमारे ही लोग कॉलोनियों में क्यों लॉक है? प्रशासन अपनी नाकामी को क्यों छिपा रहा है?”
चरमरा गई कानून-व्यवस्था- PDP: इस बीच, प्रदेश में मुख्यधारा के दलों ने मजदूरों पर हमले की कड़ी निंदा की। पीडीपी बोली, ”कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। क्या सरकार अब भी हालात समान्य होने का राग अलापेगी?” नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा, ”एक दिन में दूसरी इस तरह की घटना। एक और व्यक्ति की जान चली गई। जेकेएनसी गैर-स्थानीय मजदूरों पर हमले की कड़ी निंदा करती है।” पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी ने भी मजदूरों पर हमले की घटना की निंदा की और मृतक के परिवार के प्रति संवदेना व्यक्त की।
डोभाल-रॉ प्रमुख का शाह संग मंथनः घाटी में बैंक कर्मी की हत्या के कुछ घंटों बाद ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल सहित टॉप अधिकारियों ने हिस्सा लिया। माना जा रहा है कि इस दौरान केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा हालात पर चर्चा की गई, जहां मई से ही लगातार टारगेट किलिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं। यह विचार विमर्श शुक्रवार को शाह की ओर से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक से एक दिन पहले हुआ। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डोभाल और खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च ऐंड एनालिसिस विंग) के प्रमुख सामंत गोयल ने दोपहर बाद करीब एक घंटे तक अमित शाह के साथ उनके नार्थ ब्लॉक कार्यालय में बातचीत की।