भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि अगर हिंदू लड़का अपने ही धर्म की लड़की से झूठ बोलता है, तो यह भी जिहाद है।
यह बात उन्होंने शनिवार (10 जुलाई, 2021) को राज्य में उनकी सरकार का दूसरा महीना पूरा होने के मौके पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उनके मुताबिक, “हिंदू लड़की से कोई हिंदू लड़का झूठ बोलता है तो यह भी जिहाद है। हम इसके खिलाफ कानून लाएंगे।” बकौल सरमा, “हिंदुत्व की शुरुआत 5,000 साल पहले हुई थी और इसे रोका नहीं जा सकता। यह (हिंदुत्व) जीवन का एक तरीका है। मैं या कोई इसे कैसे रोक सकता है? लगभग हम सभी हिंदुओं के वंशज हैं।’’ सीएम के मुताबिक, ‘‘हिंदुत्व को ‘‘हटाया’’ नहीं जा सकता, क्योंकि इसका मतलब होगा ‘‘अपनी जड़ों और मातृभूमि से दूर जाना।’’
आगे ‘‘लव जिहाद’’ के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री बोले, “मुझे इस शब्द को लेकर आपत्ति है।” हालांकि, उन्होंने कहा कि किसी को भी महिला को धोखा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार किसी भी महिला को किसी के द्वारा धोखा दिए जाने को बर्दाश्त न करेगी- चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम। हमारी बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।’’
विपक्ष द्वारा उनके उस बयान के लिए आलोचना के बारे में पूछे जाने पर कि विधायक कानून बनाने के लिए हैं और मंत्री निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए जिम्मेदार हैं, सरमा ने दावा किया कि भारत का संविधान यही कहता है और विधानसभा में इस संबंध में ‘‘विधायक मंत्रियों से ऊपर होते हैं।’’
इस चीज के लिए बनेगा नया विभागः सूबे के मंत्रिमंडल ने शनिवार को आदिवासियों और अन्य मूल निवासी समुदायों के लोगों की आस्था और संस्कृति के संरक्षण के लिए नया विभाग बनाने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के अनुसार, नया विभाग सुनिश्चित करेगा कि राज्य के मूल निवासियों को जरूरी सहयोग प्रदान करते हुए उनकी आस्था एवं परंपराओं का संरक्षण किया जाए। मंत्रिमंडल ने बैठक के दौरान इस बात पर सहमति जताई कि लालफीताशाही खत्म करने के लिए तथा योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन के लिए वित्तीय और प्रशासनिक सुधार जरूरी हैं। (एएनआई-पीटीआई, भाषा इनपुट्स के साथ)