हिमंत बिस्वा सरमा को आज दोपहर राज्यपाल जगदीश मुखी ने मंत्रिमंडल के 13 सदस्यों के साथ असम के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। सरमा ने राज्य के 15 वें मुख्यमंत्री के रूप में सर्बानंद सोनोवाल की जगह ली। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ-साथ विपक्षी दल भी मौजूद रहे। भाजपा की सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के प्रमुख उरखाओ ग्वा ब्रह्मा ने भी समारोह में शपथ ली।
गौरतलब है कि असम के नए मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने एक पुराने बयान में कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसी बात पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। उन्होंने एक किस्सा साझा करते हुए बताया था कि एक बार कांग्रेस नेता सीपी जोशी, तरुण गोगोई के बीच बातचीत करते हुए झगड़ा हो गया था। इतने में राहुल गांधी का पालतू कुत्ता टेबल पर आया और प्लेट से बिस्कुट उठाकर ले गया। सरमा ने बताया कि वे उम्मीद कर रहे थे कि राहुल इस झगड़े में कुछ बोलेंगे कि आप लोग झगड़ा मत करो।
हिमंत बिस्वा ने बताया था, ‘उन्होंने मुझे देखा और हंसे कि भाई कुत्ता बिस्कुट उठाकर के ले गया… तो ठीक है मैं चाहता था कि वो किसी को बुलाएंगे कि प्लेट चेंज करो। ये मैं उम्मीद कर रहा था। प्लेट भी चेंज नहीं हुई और फिर उसी प्लेट से उठाकर दो एक बिस्किट भी खाए। मैं तो हैरान हो गया। ऐसे कैसे देश चलेगा? मैं आते -आते उन्हें बोल कर के आया कि राहुल जी धन्यवाद आपने मुझे इतना काम करने का मौका दिया।” हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया था कि इसके बाद उन्होंने बीजेपी नेता राम माधव को फोन किया और बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरमा को बधाई दी और कहा कि उन्हें विश्वास है कि “उनकी टीम असम की विकास यात्रा को गति प्रदान करेगी”। एक अन्य ट्वीट में, पीएम मोदी ने असम की प्रगति और राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए सोनोवाल को धन्यवाद दिया। पीएम ने ट्वीट किया, “मेरे मूल्यवान सहयोगी सर्बानंद सोनोवाल का असम की प्रगति और राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए योगदान बहुत बड़ा है।”
हिमंत सरमा के नाम का प्रस्ताव सोनोवाल ने कल गुवाहाटी में आयोजित एक पार्टी की बैठक में दिया था। जब पीएम मोदी ने सरमा को सीएम बनाए जाने की स्वीकृति दी थी। सरमा ने बाद में राज्यपाल जगदीश मुखी से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया। इससे पहले आज सोनोवाल ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
बता दें कि भाजपा ने राज्य में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में लगातार दूसरा कार्यकाल जीता है। पार्टी ने 126 सदस्यों वाली असम विधानसभा में 60 सीटें जीतीं, जबकि उसके गठबंधन के सहयोगी एजीपी को नौ और यूपीपीएल को छह सीटें मिलीं।