रोहतक से बीजेपी सांसद अपने पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को बंधक बनाने पर इतना ज्यादा बिफऱ गए कि उन्होंने शब्दों की मर्यादा ही लांघ दी। एक प्रोग्राम में उन्होंने कांग्रेस के साथ किसान नेताओं को धमकाते हुए कहा कि जिसने भी मनीष का विरोध करने की कोशिश की, उसकी आंखें निकालकर हाथ काट देंगे।
NDTV की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगले 25 सालों तक गोल घेरे में घूमती रहेगी। जबकि दुष्यतं चौटाला से हाथ मिलाने के बाद बीजेपी सत्ता पर काबिज रहेगी। वह रोहतक में एक पब्लिक मीटिंग में बोल रहे थे। उनके विवादित शब्दों पर भीड़ ने ताली भी बजाईं। अरविंद ने कहा कि मोदी और खट्टर की सरकार लोगों के हितों के लिए काम कर रही है। हर वर्ग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
अरविंद शर्मा पहले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार होते थे। हालांकि, उन्होंने राजनीति में कदम निर्दलीय के तौर पर रखे। अरविंद ने अपना पहला लोकसभा चुनाव वर्ष 1996 में सोनीपत लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता था। फिर कांग्रेस में आ गए। 2004 और 2009 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा और बीजेपी उम्मीदवार व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे आईडी स्वामी को हराया था।
2014 में भाजपा के प्रत्याशी अश्विनी कुमार चोपड़ा ने उन्हें करीब साढ़े तीन लाख वोटों से मात दी थी। 2019 चुनाव से पहले वह बीजेपी में आ गए थे। उन्हें हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का धुर विरोधी माना जाता है। 2019 में उन्होंने हुड्डा के बेटे दीपेंद्र को मामूली अंतर से रोहतक से शिकस्त दी।
#WATCH | Congress&Deepender Hooda should listen
that if anyone dares to look towards Manish Grover (BJP leader) then we'll take their eyes out. If they put hands on him then their hands will be chopped off: BJP MP Dr Arvind Sharma in Haryana's Rohtak on yday's incident at Kiloi pic.twitter.com/RhhZuq0PGL— ANI (@ANI) November 6, 2021
गौरतलब है कि शुक्रवार को बीजेपी के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को किलोई के एक मंदिर में किसानों ने तब घेर लिया था जब वह बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ पीएम मोदी का केदारनाथ से लाइव टेलीकास्ट देख रहे थे। कई घंटों तक भीड़ ने ग्रोवर को बंधक बनाए रखा। माफी मांगने पर ही उन्हें जाने दिया। हालांकि, ग्रोवर ने माफी मांगने की बात को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के कहने पर हाथ हिलाया था। माफी नहीं मांगी। जब भी मन होगा तब वह इस मंदिर में आएंगे। किसान मनीष की उस बात से बिफरे हुए थे जिसमें उन्होंने आंदोलनकारियों को बेरोजगार, शराबी कहा था।