केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया। उन्होंने औरंगजेब और बाबर का जिक्र करते हुए कहा कि गोडसे औरंगजेब और बाबर की तरह आक्रमणकारी नहीं था। गिरिराज सिंह के बयान के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने उन पर निशाना साधा है। जेडीयू ने और निर्दलीय राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने गिरिराज सिंह को घेरा है।

गिरिराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए जेडीयू के नेता नीरज कुमार ने कहा कि अगर गोडसे भारत मां का लाल है, तो फिर दाऊद और माल्या जैसे डाकू क्या हुए? उन्होंने कहा, “अगर गोडसे जैसा व्यक्ति भारत माता का लाल होने का ढोंग करता है तो चंबल, दाऊद, वीरप्पन और माल्या जैसे डाकू भी भारत माता के पुत्र हैं। गोडसे, वीरप्पन, दाऊद और माल्या भाजपा के करीबी सहयोगी हैं। औरंगजेब, शाहजहाँ और अकबर इसी मिट्टी पर पैदा हुए थे। भाजपा को इतिहास पढ़ना चाहिए और उसे तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं करना चाहिए।”

वहीं राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने पूछा कि क्या गिरिराज सिंह सरकार की बात कह रहे हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “जो भी हिंदुस्तानी है, यहां पैदा हुआ है अगर वह कत्ल करता है तो वह भारत मां का सपूत हो गया? सपूत का अर्थ होता है अच्छा पुत्र। तो क्या गोडसे अच्छे पुत्र थे। संविधान के अनुसार कैबिनेट की एक रिस्पांसिबिलिटी होती है और इसका मतलब यह हुआ कि गिरिराज सिंह सरकार की बात बोल रहे हैं।”

कपिल सिब्बल ने आगे कहा, “क्या मोदी जी और अमित शाह जी यही बात मानते हैं? उनको कहना चाहिए कि गिरिराज ने जो कहा है वह बिल्कुल बेबुनियाद है और गलत है। स्वतंत्रता के दौरान बीजेपी तो थी ही नहीं, उस दौरान आरएसएस था। लेकिन आरएसएस की ही मंशा बीजेपी की भी मंशा है। आरएसएस के लोग गांधी जी के साथ नहीं चले और अंग्रेजों के साथ समझौता किया। अगर उन्होंने अंग्रेजों को जाकर कहा कि हम आपकी मदद करेंगे, तो वह गांधी के सिद्धांतों को कैसे मान सकते हैं। यह सोच ही गांधीजी के आचरण के खिलाफ हैं।”

बता दें कि गिरिराज सिंह के बयान पर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है। इसके पहले बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी गोडसे को देशभक्त बना चुकी हैं।