कांग्रेस पार्टी में विवाद बढ़ता जा रहा है, जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका है। कार्यकर्ताओं ने गुलाम नबी आजाद के साथ-साथ ‘G-23’के अन्य नेताओं का भी पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी ने उन्हें काफी आदर दिया मगर, आज जब उन्हें पार्टी को समर्थन देना चाहिए तो वो बीजेपी के साथ दोस्ती निभा रहे हैं।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा कि आजाद डीडीसी चुनाव में प्रचार के लिए नहीं आए, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल कांग्रेसी शाहनवाज हुसैन ने समाचार चैनल एबीपी से कहा- हमें बहुत तकलीफ है। जिसे कांग्रेस ने पूरी जिंदगी दी, वह पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। जिसने हमसे 370 का दर्जा छीना, वह उस नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं। हम सोनिया गांधी से उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
Congress workers raise slogans against Ghulam Nabi Azad and burn his effigy in Jammu. They say, “Congress held him in high esteem but today when it’s time to support it, he forged friendship with BJP. He didn’t come for DDC election campaigning but now he’s here, praising PM.” pic.twitter.com/cqn3XhxfeP
— ANI (@ANI) March 2, 2021
अधीर रंजन चौधरी ने बोला हमला: अधीर रंजन चौधरी ने एक के बाद एक ट्वीट कर पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी की सराहना में वक्त जाया करना बंद करें। साथ ही उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा और अन्य नेता किसकी ओर से बात कर रहे हैं? हम जानते हैं बिग बॉस कौन है? जिसे वो खुश करना चाहते हैं। बताते चलें कि शनिवार को कांग्रेस पार्टी से खफा चल रहे नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर और विवेक तन्खा समेत कई बड़े नेता जम्मू में जुटे थे।
सोमवार को गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कहा था कि पीएम ने अपनी पृष्ठभूमि कभी छुपाई नहीं और उन्होंने खुलकर बताया कि बचपन में चाय बेचते थे और बर्तन धोते थे। उन्होंने कहा कि लोगों को नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए जो प्रधानमंत्री बन गए लेकिन अपनी जड़ों को नहीं भूले।
कांग्रेस के भीतर नाराज चल रहे नेताओं को जी 23 के नाम से जाना जा रहा है। हालांकि हाल के दिनों में कुछ नाराज नेता आलाकमान के संपर्क में बताए जा रहे हैं। शशि थरूर हाल के दिनों में शीर्ष नेतृ्त्व के हर फैसले में साथ बताए जा रहे हैं। वहीं जितिन प्रसाद ने भी ट्वीट कर हाथ मिलाकर चलने का संदेश दिया है।