तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान डटे हुए हैं। उनके आंदोलन के बीच सियासत भी गर्म है और सभी पार्टियां एक-दूसरे पर जुबानी हमले कर रही हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ में आयोजित एक किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किसानों के आंदोलन के बहाने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जमकर शब्दबाण चलाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान एमएसपी में किसानों को 8 लाख करोड़ दिया। जबकि इसकी तुलना में यूपीए सरकार ने 10 साल के कार्यकाल में 3.5 लाख दिये। जब वो सत्ता में थे तब वो क्या कर रहे थे?’
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आगे यह भी कहा कि ‘विपक्ष यह बात लगातार कह रहा है कि जिसने बिल बनाया है वो किसान नहीं है। तो क्या जो 40-इंच के आलू के उत्पादन की बात करते हैं वो किसान हैं? क्या सोनिया गांधी किसान हैं? अगर किसी ने सचमुच किसानों के लिए कुछ किया है तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है।’ सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा सहित विधायक भी मौजूद रहे।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों की मौत को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा था कि ‘और कितने अन्नदाताओं को कुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी कानून कब खत्म किए जाएंगे?’ आपको बता दें कि शुक्रवार (18-12-2020) को मध्य प्रदेश में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ‘बीते कई दिनों से देश में किसानों के लिए जो नए कानून बने, उनकी बहुत चर्चा है। ये कृषि सुधार कानून रातों-रात नहीं आए। पिछले 20-22 साल से हर सरकार ने इस पर व्यापक चर्चा की है।
कम-अधिक सभी संगठनों ने इन पर विमर्श किया है। देश के किसान, किसानों के संगठन, कृषि एक्सपर्ट, कृषि अर्थशास्त्री, कृषि वैज्ञानिक, हमारे यहां के प्रोग्रेसिव किसान भी लगातार कृषि क्षेत्र में सुधार की मांग करते आए हैं। सचमुच में तो देश के किसानों को उन लोगों से जवाब मांगना चाहिए जो पहले अपने घोषणापत्रों में इन सुधारों की बात लिखते रहे, किसानों के वोट बटोरते रहे, लेकिन किया कुछ नहीं। सिर्फ इन मांगों को टालते रहे और देश का किसान, इंतजार ही करता रहा।’
पीएम ने किसानों को फिर भरोसा दिलाया कि एमएसपी को हटाया या समाप्त नहीं किया जाएगा। हालांकि इसपर किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेताओ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ‘पीएम ने कोई नई बात नही बोली है…अगर क्रेडिट की बात कह रहे हैं तो हम तो खुद कह रहे हैं, चाहे विपक्ष हो या मोदी सरकार किसी ने किसानों का हित नहीं सोचा। आंदोलन जारी रहेगा। आप बात करो हम बात करेंगे, लेकिन आंदोलन खत्म करके बात हो इस शर्त पर बात नहीं होगी।’