किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली की ठिठुरन भरी सर्दी में किसान जमे हुए हैं और तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसी मुद्दे पर ‘आज तक’ पर एक डिबेट शो के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा से एंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा कि ‘यह मुद्दा पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर आ कर थोड़े ना सुलझा देंगे…आप जाइए…कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जाएं…कोई तो बातचीत करे ना सर।’
इसपर संबित पात्रा ने कहा कि ‘सरकार के पास 10 किसान संगठन आ कर यह कहते हैं कि जिस तरह से आपने यह तीन कृषि बिल को पास किया है हम उससे संतुष्ट हैं, किसी भी कीमत पर यह बिल वापस नहीं होनी चाहिए। मेरठ से लेकर गाजियाबाद तक लाखों किसान इसके समर्थन में मार्च कर रहे हैं। केरल, कर्नाटक महाराष्ट्र में किसान समर्थन में खड़े हो गये हैं। यहां तो बस योगेंद्र यादव औऱ राहुल गांधी..
…और योगेंद्र यादव तो ब्रहांड में ऐसा कोई चीज नहीं है जिसके वो एक्सपर्ट नहीं हैं। बल्ब फ्यूज हो जाए तो उसके विशेषज्ञ योगेंद्र यादव बन जाते हैं।’ इसपर डिबेट में शामिल कांग्रेस नेता ने उन्हें बीच में टोका तो संबित पात्रा ने कहा कि ‘मैं राहुल जी पर नहीं बोल रहा हूं मैं योगेंद्र यादव पर बोल रहा हूं…मुझे बोलने दीजिए…वॉशिंग मशीन खराब हो जाए तब भी योगेंद्र यादव एक्सपर्ट हैं, बीच-बीच में कोई चुनाव होता है तब वो एक्सपर्ट हो जाते हैं…आज किसान बने हुए हैं योगेंद्र यादव।
मैं तो कहता हूं कि अगर इच्छाधारी नागिन योगेंद्र यादव को देख लेगी तो दम तोड़ देगी…सांस बंद हो जाएगा इच्छाधारी नागिन का। इतना रूप तो वो भी धारण नहीं करती है जितना योगेंद्र यादव धारण करते हैं और उनके छोटे भाई हैं ये राहुल गांधी…गोवा से छुट्टी मना कर आए और 2 करोड़ हस्ताक्षर हो गए।’
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को आज एक महीना हो गया है। इस बीच, केंद्रीय मंत्रियों के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गोयल ने शुक्रवार को कहा- दिल्ली बॉर्डर पर बैठे लोगों को गलतफहमियां हैं। वहां बैठे किसान एक ही इलाके से आते हैं। उन्होंने दो बार भारत बंद कराने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। उनके पास कोई तर्क नहीं है, इसलिए वे चर्चा से भाग रहे हैं।