भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि ‘कंबल तो बीजेपी वाले भी देकर जाते हैं लेकिन हम उनका नाम नहीं बताते।’ दरअसल न्यूज 24 पर जब एंकर संदीप चौधरी ने कहा है कि वो कहते हैं कि विपक्ष आपको भ्रम में डाल रहा है। सारे विपक्ष के नेता आपके मंच पर आते हैं, फोटो खिंचवाते हैं।
इसपर जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो मना कर रहे हैं मत आने दो, पुलिस फोर्स है…उसकी स्कैनिंग करे कौन विपक्ष का है और कौन उसका। ऐसे तो बीजेपी वाले भी आते हैं हमारे पास, तो उनको रोक लो। बीजेपी वाले भी आते हैं, कंबल तो बीजेपी वाले भी देकर जाते हैं, हां लेकिन हम उनका नाम नहीं बताते। आलू की बोरी भी दे कर जाते हैं और कहते हैं कि कोई दिक्कत नहीं है।’
कंबल तो बीजेपी वाले भी देकर जाते हैं लेकिन हम उनका नाम नहीं बताते – @RakeshTikaitBKU
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— News24 (@news24tvchannel) February 8, 2021
आपको बता दें कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान पिछले कई दिनों से दिल्ली के बॉर्डरों पर अड़े हुए हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के मुद्दे पर संसद में कहा कि ‘एमएसपी था और रहेगा। ऐसे में किसानों को अपना आंदोलन खत्म करना चाहिए। सरकार ने उनसे बातचीत की है और आगे भी चर्चा को तैयार है। आंदोलन खत्म होना चाहिए और चर्चा जारी रहनी चाहिए।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी को जब कृषि सुधारों को करना पड़ा, तब भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। लेकिन वो पीछे नहीं हटे थे। तब लेफ्ट वाले कांग्रेस को अमेरिका का एजेंट बताते थे, आज मुझे ही वो गाली दे रहे हैं। पीएम ने कहा कि कोई भी कानून आया हो, कुछ वक्त के बाद सुधार होते ही हैं। बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन खत्म करें और चर्चा आगे चलती रहे।
पीएम के इस बयान के बाद राकेश टिकैत का जवाब भी आया। राकेश टिकैत ने कहा कि अगर वो बातचीत करना चाहते हैं, तो हम तैयार हैं। लेकिन हमारा पंच भी वही है और मंच भी वही है। इन बिलों को वापस लेकर एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए।