किसान आंदोलन को लेकर 21वें दिन भी घमासान जारी रहा। सरकार और किसान संगठनों की तरफ से कोई नया रास्ता बनता नहीं दिख रहा है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के दखल से एक समिति बनाने की बात तय हुई है, जो इस मुद्दे पर किसान संगठनों के वास्तविक नेताओं से बातचीत करके समस्या का हल निकालेगी। इसको लेकर टेलीविजन चैनलों के डिबेट में भी जोरदार बहस चल रही है।
रिपब्लिक भारत के कार्यक्रम ‘पूछता है भारत’ में एंकर अर्नब गोस्वामी ने बहस की शुरुआत करते हुए कहा कि आज हम सीधी बात करेंगे, किसी को नहीं छोड़ेंगे, आज दूध का दूध और शाजिया इल्मी पानी का पानी हो जाएगा। बहस में मौजूद कांग्रेस के विजय कौशिक समेत अन्य लोगों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इन सारे मौकापरस्त लोगों को देखिए शाजिया सब डरे हुए हैं। एक तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर दिन आश्वासन दे रहे हैं।
इस पर बीच में पैनल डिस्कशन में मौजूद विजय कौशिक ने बोलना शुरू कर दिया। कहा, “शाजिया हमें देखेंगी, वह खुद मौकापरस्त हैं। वे क्या देखेंगी?” एंकर अर्नब गोस्वामी ने उनको बीच में टोकने से रोका, बोले आप रुक जाइए। बिन बुलाए मेहमान की तरह आप बीच में क्यों डिबेट शुरू कर रहे हैं। आप क्यों एंकर बनना चाह रहे हैं? अभी तो आपको हमने बोलने के लिए कहा भी नहीं। विजय कौशिक ने कहा कि उनसे कहिए किसानों के बीच जाकर देखें। वहां जाएं।
अर्नब गोस्वामी ने विजय कौशिक से पूछा कि आपने कब हल चलाई है? आप हमें बताइए, आपने कब खेती की है। भाजपा की शाजिया इल्मी ने विजय कौशिक से कहा कि “आप लोग किसानों को गुमराह करना बंद करिए। आप अगर किसानों के हितैषी होते तो उन्हें सही बातें बताते। आप क्यों नहीं चाहते कि किसानों को एमएसपी से ज्यादा दाम मिले, आप क्यों नहीं चाहते कि उनको ज्यादा फायदा हो?” विजय कौशिक ने पूछा कि मैंने हल नहीं चलाई तो क्या मैं किसान नहीं हूं?