किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत रविवार (28 मार्च, 2021) को होली पर भी घर नहीं गए। उल्टा, उनके परिवार के सदस्य नई दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर स्थित किसान आंदोलन स्थल पर पहुंचे। इनमें टिकैत की पत्नी सुनीता देवी व बच्चे शामिल थे।
वे सभी वहां किसान आंदोलन के समर्थन में पहुंचे थे। कुछ देर बैठे और फिर उन सभी ने होलिका दहन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान टिकैत और उनकी पत्नी समेत कई किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां होलिका में जलाकर राख कर दीं। पत्रकारों ने जब टिकैत से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया, “ये तो किसानों के काला चिट्ठे थे, जिन्हें जला दिया गया।” यह पूछे जाने पर कि कृषि कानून जलाने की नौबत क्यों आई? टिकैत ने पत्रकारों से कहा- वो तो काले कानून हैं, जलाने पड़ेंगे। किसान की बुराई है। किसान का जो उसमें काला चिट्ठा है, वह उसी में है, इसलिए जला दिया।
टिकैत के मुताबिक, “हम एमएसपी, काले कानून और आने वाले और बिलों की वापसी की बात कर रहे हैं। ये सारे हमारे सवाल हैं। हम पूरे देश में जा रहे हैं और किसानों को संगठित कर रहे हैं। आंदोलन हमारा जारी रहेगा और जरूरत पड़ेगी तो चुनावी राज्यों में भी जाएंगे।”
इसी बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। मोर्चा ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने सीमाओं पर होली मनाई और यह सुनिश्चित किया कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता।
मोर्चे ने कहा कि पांच अप्रैल को ‘‘एफसीआई बचाओ दिवस’’ मनाया जायेगा और देशभर में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के कार्यालयों को घेराव किया जायेगा।
मोर्चे ने कहा कि पांच अप्रैल को ‘‘एफसीआई बचाओ दिवस’’ मनाया जायेगा और देशभर में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के कार्यालयों को घेराव किया जायेगा। बयान में कहा गया है, ‘‘सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को समाप्त करने के लिए कई प्रयास किए हैं। पिछले कुछ वर्षों में एफसीआई का बजट भी घटा है। हाल ही में, एफसीआई ने फसलों की खरीद के नियमों में भी बदलाव किया है।’’
आज किसानों ने टिकरी बार्डर पर होली का दहन किया जिसमें केंद्र सरकार के साथ हरियाणा के BJP और JJP नेताओं के पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया #FarmersProtest @vinayjournlist pic.twitter.com/gPKnBIcfaw
— News24 (@news24tvchannel) March 28, 2021
एसकेएम ने हरियाणा विधानसभा में सार्वजनिक संपत्ति क्षतिपूर्ति वसूली विधेयक-2021 को पारित किये जाने की निंदा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य आंदोलनों को दबाना है। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स और फोटोज़ के साथ)