Elections 2022: उत्तर प्रदेश समेत पांच सूबों के विधानसभा चुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (11 फरवरी, 2022) को विपक्षी दलों पर खुलकर जुबानी हमला बोला। विपक्षी नेताओं के लिए “अफवाहवादी” शब्द का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नहीं चाहते थे कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जुड़ा मुफ्त टीका गरीब परिवारों को लगे। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि विपक्षी जान गए हैं कि उनकी नैया डूब गई है। इसी बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम पर पलटवार किया और कहा कि वह असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका रहे हैं।
प्रधानमंत्री यूपी के कासगंज जनपद की जन सभा में बोले कि पहले चरण के चुनाव के बाद विपक्षी नेताओं को यह पता चल गया है कि उनकी नैया डूब चुकी है, इसलिए उन्होंने अभी से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। अगर ईवीएम को गालियां देनी ही हैं तो वे 10 मार्च के बाद दें।
बकौल मोदी, “परिवारवादियों ने अपना घर, तिजोरी तो भरी लेकिन कभी गरीब की चिंता नहीं की। गरीब का जीवन आसान बने, ये लोग न पहले चाहते थे, न आज चाहते हैं। ये अफवाहवादी पूरी कोशिश कर रहे थे कि कोरोना का मुफ्त टीका गरीब परिवारों को न लगे। लेकिन गरीबों की सरकार ने इन्हें सफल नहीं होने दिया।”
उन्होंने आगे बताया, यहां कई जिलों से आप लोग डबल इंजन की सरकार को आशीर्वाद देने आए हैं। मेरी नज़र जहां तक पहुंचती है, उससे भी आगे तक लोग ही लोग नज़र आ रहे हैं। कल यूपी में पहले चरण का मतदान पूरा हुआ। लोगों ने भारी संख्या में घरों से निकलकर यूपी को सुरक्षित रखने के लिए, यूपी के विकास के लिए, भारी मात्रा में कमल को वोट दिया है।
उधर, गोवा के मडगांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल ने पीएम पर पर्यावरण और रोजगार जैसे वास्तविक मुद्दों से गोवा के लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने मोदी के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पंडित जवाहरलाल नेहरू चाहते तो गोवा को 1947 में ‘‘कुछ ही घंटों के भीतर’’ आजाद कराया जा सकता था।
गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री उस समय की स्थिति और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद क्या हो रहा था, इसे नहीं समझते हैं। मोदी ने 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां के निकट मापुसा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार को गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने में 15 साल लग गए।
