लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Election Commission) पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनावों में कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र (बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है) में भाजपा के लिए ‘वोट चुराए’ थे।

राहुल गांधी ने क्या दावा किया?

राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस ने महादेवपुरा को छोड़कर बेंगलुरु सेंट्रल की सभी विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की और महादेवपुरा 1,14,046 वोटों से चुनाव हार गई। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, “इसलिए हमने इस संख्या को देखना शुरू किया। ऐसा क्यों है कि यह (1,14,046) एक ही सीट से आता है? यह बहुत बड़ा असंतुलन है। इसलिए हमने महादेवपुरा और उसके विवरण को देखना शुरू किया। हमने पाया कि 1,00,250 वोट चुराए गए थे। विधानसभा में कुल 6.5 लाख वोटों में से 1,00,250 वोट चुराए गए थे। इन्हें पांच अलग-अलग तरीकों से चुराया गया। डुप्लिकेट मतदाता, फर्ज़ी और अमान्य पते, एक ही पते पर कई मतदाता, अमान्य तस्वीरें, और फ़ॉर्म 6 का दुरुपयोग, जो पहली बार मतदाता बनने वालों को नामांकन के लिए दिया जाता है।”

2008 से महादेवपुरा में जीत रही बीजेपी

2008 में जब महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ था, तब से यह सीट लगातार चार चुनावों में भाजपा ने जीती है। वहीं बीजेपी ने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट भी जीती है, जहां कांग्रेस हर बार दूसरे स्थान पर रही है। लेकिन बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के अन्य सात विधानसभा क्षेत्रों की तुलना में महादेवपुरा के मतदाताओं की संख्या में काफ़ी तेजी से वृद्धि हुई है।

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बेंगलुरु सेंट्रल के वोटर्स की वृद्धि दर

महादेवपुरा विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के दौरान बनाई गई थी। इसके गठन के बाद से, महादेवपुरा के मतदाताओं की संख्या 2008 के विधानसभा चुनावों में 2.75 लाख से बढ़कर 2024 के लोकसभा चुनावों में 6.6 लाख हो गई है, यानी 140% की वृद्धि। इसके अलावा बेंगलुरु सेंट्रल का विधानसभा क्षेत्र सर्वज्ञनगर (जिस इलाके में मतदाताओं की संख्या में दूसरी सबसे ज़्यादा वृद्धि हुई) 2008 में 3.05 लाख से बढ़कर 2024 में 3.86 लाख हो गया, यानी सिर्फ़ 26.5% की वृद्धि हुई।

बेंगलुरु सेंट्रल के अन्य विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो वहां मतदाताओं की संख्या में महादेवपुरा की तरह वृद्धि नहीं हुई। शांति नगर विधानसभा के मतदाताओं की संख्या 2008 से 2024 तक 25.2% बढ़ी। वहीं सी वी रमन नगर में 23.1%, शिवाजीनगर में 19.8%, राजाजी नगर में 13.7%, चामराजपेट में 12.6% और गांधी नगर में 3% की दर से बढ़ी।

क्यों बढ़ी मतदाताओं की संख्या?

बता दें कि पिछले 20 सालों में महादेवपुरा में प्रवासियों की संख्या बढ़ी है क्योंकि यहां किफायती आवास और रहने की जरूरतें प्रदान की हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों के अनुसार महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा मतदाता वर्ग है, जो दूसरी सबसे बड़ी सर्वज्ञनगर सीट से लगभग दोगुना है। 2008 में, सर्वज्ञनगर में ही सबसे अधिक मतदाता रहते थे।

हालांकि शहरी सीटों पर आम तौर पर अन्य सीटों की तुलना में कम मतदान होता है, लेकिन महादेवपुरा सीट पर बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट के अन्य क्षेत्रों की तुलना में विधानसभा चुनावों में लगातार अधिक मतदान हुआ है। 2008 के विधानसभा चुनावों से लेकर 2018 के चुनावों तक, महादेवपुरा में बैंगलोर सेंट्रल के आठ क्षेत्रों में सबसे अधिक मतदान हुआ था। 2013 में यहां 61.6% मतदान हुआ था। हालांकि 2023 में मतदान प्रतिशत गिरा और 55% मतदान हुआ। अगर लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान महादेवपुरा विधानसभा में 58% मतदान हुआ था लेकिन 2024 में गिरावट हुई और 54% फीसदी मतदान हुआ।

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लोकसभा और विधानसभा चुनावों में महादेवपुरा क्षेत्र और सबसे बड़ी बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर बीजेपी आगे रही। 2009 के बाद से पिछले चार लोकसभा चुनावों में से हरेक में बेंगलुरु सेंट्रल सीट भाजपा के पी सी मोहन ने जीत दर्ज की है। भाजपा 2009 से 2024 के लोकसभा चुनावों तक लगातार महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में भी आगे रही है।

2008 से जीत रही बीजेपी

2009 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने बेंगलुरु सेंट्रल के अंतर्गत आने वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों में से पांच में बढ़त हासिल की थी, कांग्रेस दो और जनता दल (सेक्युलर) एक सीट पर आगे थी। 2014 में भाजपा ने 2009 के अपने प्रदर्शन को दोहराते हुए पांच सीटों पर बढ़त हासिल की, जबकि कांग्रेस तीन पर आगे रही। 2019 और 2024 में, भाजपा और कांग्रेस दोनों ने चार-चार क्षेत्रों में बढ़त हासिल की।

पिछले चार लोकसभा चुनावों में अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित महादेवपुरा, बेंगलुरु सेंट्रल के अंतर्गत एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां भाजपा का वोट शेयर हर चुनाव में बढ़ा है। 2009 में 45.6% से बढ़कर 2024 में 64.7% हो गया। इस संसदीय क्षेत्र के बाकी सभी क्षेत्रों में, भाजपा का वोट शेयर चुनाव दर चुनाव बदलता रहा है।

दूसरी ओर कांग्रेस ने बेंगलुरु सेंट्रल के अंतर्गत आने वाले चार विधानसभा क्षेत्रों में पिछले चार लोकसभा चुनावों में अपने वोट शेयर में वृद्धि देखी। इनमें से तीन क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी अच्छी खासी है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार चामराजपेट में 43.8%, शिवाजीनगर में 38.3% और सर्वज्ञनगर में 32.1% मुस्लिम आबादी है। महादेवपुरा में, 2009 और 2014 के बीच कांग्रेस का वोट शेयर गिरा। हालांकि 2019 में मामूली रूप से बढ़ा और 2024 में सबसे अधिक गिरा। महादेवपुरा में इस सीट के गठन के बाद से भाजपा लगातार चार विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर चुकी है। पूर्व राज्य मंत्री अरविंद लिंबावली ने 2008, 2013 और 2018 में और उनकी पत्नी मंजुला एस ने 2023 में जीत हासिल की।

लोकसभा चुनावों के विपरीत, महादेवपुरा विधानसभा सीट पर भाजपा के वोट शेयर में पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। पार्टी ने 2023 में सबसे अधिक वोट शेयर 54.3% हासिल किया। भाजपा की जीत का अंतर 44,501 वोट भी 2023 में ही रहा। कांग्रेस पिछले चार विधानसभा चुनावों में इस सीट पर दूसरे स्थान पर रही है, जिसने 2013 में अपना सबसे अधिक वोट शेयर (45.9%) हासिल किया था।