दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने एक बार फिर समन भेजा है। दिल्ली शराब घोटाला मामले में पेशी के लिए पहले ईडी ने सीएम केजरीवाल को पहले भी चार समन भेजे हैं। यह पांचवा समन है जिसमें केजरीवाल को पेश होने के लिए कहा गया है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने चुनाव रैली की बात कहकर और कुछ अन्य वजहों से समन का जवाब नहीं दिया था। आम आदमी पार्टी का कहना है कि सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने की नियत से केंद्र सरकार के इशारों पर यह सब हो रहा है।
इससे पहले चार समन
ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इससे पहले भी चार समन भेजे हैं, लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अबकी बार उन्हें 2 फरवरी को कोर्ट के सामने हाजिर होने के लिए कहा गया है।
लगातार मिल रहे समन को लेकर दिल्ली सीएम ने अरविंद केजरीवाल ने ईडी को एक पत्र लिखा था। ईडी को लिखे पत्र में उन्होंने एजेंसी से प्रश्नावली मांगी है और उन्हें भेजे गए समन की मंशा पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि 19 जनवरी को राज्यसभा चुनाव होने हैं और उन्हें 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में दिल्ली सीएम के तौर पर हिस्सा भी लेना है। आप ने कहा कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने की मंशा से ईडी के दफ्तर बुलाया जा रहा है।
अगर नहीं हुए हाजिर तो क्या होगा?
अगर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार भी ED के सामने पेश नहीं होते हैं तो ED अगला नोटिस जारी कर सकती है। ईडी सैद्धांतिक तौर पर तब तक नोटिस जारी करती रह सकती है जब तक केजरीवाल पेश नहीं होते हैं, हालांकि आखिर में अगर वह फिर भी जांच में में शामिल नहीं होते हैं तो ED दो काम कर सकती है…
- 1. एक वे अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर कर सकते हैं और मुख्यमंत्री के खिलाफ गैर-जमानती वारंट की मांग कर सकते हैं।
2. मामले की जांच में जुटे अधिकारी उनके आवास पर पहुंच कर पूछताछ कर सकते हैं। इसके बाद अगर अधिकारियों के पास ठोस सबूत हैं, तो वे अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार भी कर सकते हैं।