राज्यसभा में बुधवार को अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील मामले में बहस के दौरान कांग्रेस सांसदों के निशाने पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ही रहे। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार के बजाय स्वामी पर ही हमला बोला। उनकी रणनीति इस प्रकार दिखीं- संगठित, आक्रामक रहो और उन्हें(स्वामी) निशाना बनाओ। यहां तक कि पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी प्रत्यक्ष तौर पर स्वामी पर ही कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,’जिन कंपनी ने रिश्वत दी है उस पर कार्रवाई करो। रिश्वते लेने वालों पर कार्रवाई करेा। कंपनी को तुरंत 10 साल के लिए बैन कर दो। माई डियर सुब्रमण्यम स्वामी हमें धमकाओ मत। हमें ब्लैकमेल मत करो। यदि सबूत है तो हम पर मुकदमा चलाओ।’
अभिषेक मनु सिंघवी, आनंद शर्मा, एंटनी और अहमद पटेल सभी ने स्वामी पर ही हमला बोला। भाजपा ने भी ऐसा ही माहौल बनाया। सिंघवी के बयान के बाद भाजपा ने अपने बाकी वक्ताओं के नाम वापस ले लिए और उनका समय भी स्वामी को दे दिया। स्वामी ने हेलीकॉप्टर डील में आपराधिक मामला बताते हुए कांग्रेसी खेमे में हलचल मचा दी। उन्होंने अपने भाषण में सोनिया गांधी या किसी भी कांग्रेसी नेता का नाम नहीं लिया। लेकिन इटैलियन कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला।
कांग्रेस को भी पता था कि बहस के दौरान स्वामी ही ज्यादा आक्रामक रहेंगे। इसके चलते उन्होंने मंगलवार रात को सोनिया गांधी के घर पर रणनीति भी बनाई थी। इसी के तहत स्वामी के बयान के दौरान जयराम रमेश और अहमद पटेल ने इटैलियन कोर्ट के फैसले की कॉपी भी लहराई। पटेल ने अपने भाषण के दौरान स्वामी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संसद के सेंटर हॉल में चर्चा है ‘वहां बैठे जेंटलमैन के साथ 140 सांसद हैं’ और ’20 मई तक वे वित्त मंत्री की जगह ले लेंगे। 2019 तक उनके साथ 282 सांसद हो सकते हैं और वे प्रधानमंत्री को भी हटा सकते हैं। खतरा इधर नहीं है, खतरा आपकी तरफ है।’
Read Also:
बयान हटाने से नाराज सुब्रमण्यम स्वामी राज्य सभा उप सभापति से भिड़े, दी चुनौती
संसद के बाहर मिटी पार्टियों की सीमा
