गुरुवार को जारी सीसीटीवी फुटेज में राज्यसभा में विपक्षी सांसद सदन में सुरक्षाकर्मियों से धक्का-मुक्की करते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल विपक्ष एक विधेयक को एक चयन समिति के पास भेजने की मांग कर रहा था लेकिन इसके बावजूद सदन में अराजकता के माहौल में विधेयक को पारित करा लिया गया। जिसके बाद विपक्ष का विरोध तेज हो गया।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सदन के केंद्र में नारे लगाते हुए विपक्षी सांसद हैं और वर्दीधारी मार्शल उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी सदस्य भी कागजों को टुकड़े-टुकड़े कर फेंकते नजर आ रहे हैं। इस बीच एक सांसद टेबल पर चढ़ते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो उस समय सामने आया जब विपक्ष ने सत्र के जल्दी खत्म होने और सांसदों के साथ कथित बदसलूकी के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्ष ने सरकार पर सदन में मार्शल का इस्तेमाल करने एवं धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में बैठक करने के बाद विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया। इस दौरान कई नेताओं ने बैनर और तख्तियां ले रखी थीं।
विपक्षी नेताओं की बैठक में खड़गे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश एवं आनंद शर्मा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक के टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्यसभा में कुछ महिला सांसदों के साथ कथित धक्का-मुक्की की घटना को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया।
दूसरी ओर, संसद के मानसून सत्र के दौरान हंगामा और अमर्यादित व्यवहार करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि संसद में नियम तोड़ने व इस तरह का बर्ताव करने वाले विपक्षी सांसदों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए कि कोई भी भविष्य में ऐसा करने का साहस नहीं करे। केंद्रीय मंत्रियों ने विपक्षी नेताओं पर मार्शलों के साथ धक्का- मुक्की करने का आरोप लगाया।