Delhi Violence: उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। रविवार को तीन लाशें यमुनापार के नालों से मिलीं। इसमें एक गोकुलपुरी से बरामद की गई, जबकि शेष दो को भागीरथी विहार के नालों में पाया गया। मृतकों की संख्या का आंकड़ा पहले 42 था, पर नालों से मिलीं इन तीन लाशों के बाद कुल मौतों की संख्या अब बढ़कर 45 हो चुकी है।
इसी बीच, दिल्ली पुलिस के बयान में कहा गया है कि दिल्ली हिंसा को लेकर फिलहाल 254 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें 41 मामले Arms Act के तहत दर्ज हैं। कुल 903 लोग गिरफ्तार या फिर हिरासत में लिए गए हैं, जबकि पिछले चार दिनों से दंगों/हिंसा को लेकर कोई भी पीसीआर कॉल नहीं आया है।
सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में रविवार की सुबह स्थिति शांतिपूर्ण रही। उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल नियमित रूप से स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “स्थिति अब नियंत्रण में है। उत्तरपूर्वी जिले के सभी इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हैं। हम लोग स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में जिले में किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई है। पुलिस वहां लोगों से सोशल मीडिया पर आने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और इस बारे में अधिकारियों को सूचित करने का अनुरोध कर रही है। शनिवार को कार्यभार संभालने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के कार्यवाहक प्रमुख एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शांति बहाल करना और राष्ट्रीय राजधानी में सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करना है, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में तीन दशक में सबसे भीषण दंगे हुए।
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त अमूल्य पटनायक के सेवानिवृत्त होने के बाद श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। पुलिस ने व्यापक संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है और लोगों में आत्मविश्वास भरने के लिए वरिष्ठ अधिकारी हर समुदाय के लोगों से मिलकर उनसे बातचीत कर रहे हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार में हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा में बड़ी संख्या में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। उपद्रवियों की भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों एवं पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।